नई दिल्ली. साल 1993 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म ‘बाजीगर (Baazigar)’ ने बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मचा दिया था और उस साल की चौथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म भी बनी थी. इस फिल्म ने शाहरुख को बॉक्स ऑफिस पर का बादशाह बना दिया था. इसी के साथ शाहरुख की एक और फिल्म ‘डर’ भी उस साल बॉक्स ऑफिस पर छा गई थी और ये फिल्म उस साल की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी.
अब आपको जो बात हम आपको बताने जा रहे हैं, शायद उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल, हाल ही में बॉलीवुड एक्टर दीपक तिजोरी ने खुलासा किया है कि फिल्म ‘बाजीगर’ में शाहरुख नहीं, बल्कि उन्हें अभिनय करना था, लेकिन उनके साथ धोखा हो गया था. उन्होंने बताया कि फिल्म बाजीगर का सुझाव खुद उन्होंने निर्देशक अब्बास मस्तान को दिया था.
बॉलीवुड ठिकाना के साथ खास बातचीत में दीपक तिजोरी ने कहा, ‘मैंने एक फिल्म देखी, ए किस बिफोर डाइंग, और उन्हें एक कहानी सुनाई. उस समय, यह इसी तरह काम करता था, कॉपीराइट की कोई अवधारणा नहीं थी, स्टूडियो सिस्टम चलन में नहीं आया था. इसलिए, अधिकांश फिल्में हॉलीवुड फिल्मों से प्रेरित थीं, तो मैंने अब्बास मस्तान से कहा कि यह एक खलनायक की भूमिका है जो मैं करूंगा और वे अन्य नायकों और अन्य भूमिकाओं को कास्ट कर सकते हैं. वे सहमत हुए. फिर खिलाड़ी रिलीज़ हुई, उसके बाद जो जीता वो सिकंदर. अब डिस्ट्रीब्यूशन सर्कल के लोग मुझे ऐसे देख रहे थे जैसे मैं प्रगति कर रहा हूं और जल्द ही मैं हीरो बन जाऊंगा.’
दीपक तिजोरी ने कहा कि उनकी मुलाकात निर्माता पहलाज निहलानी से हुई थी, जो फिल्म का निर्माण करने के लिए तैयार थे और सब कुछ फाइनल हो रहा था, तभी एक दिन निहलानी ने तिजोरी को फोन किया और कहा कि कहानी में एक “मोड़” है. पहलाज जी ने कहा कि अबास मस्तान उसी फिल्म के लिए वीनस के साथ बातचीत कर रहे थे. तब मैं चौंक पड़ा. उस समय शाहरुख और मैं दोस्त थे. हम हर रात पार्टी करते थे. मैंने उनसे पूछा कि क्या उनसे फिल्म के लिए संपर्क किया गया था, उन्होंने कहा कि हां. उनके घर पर उस फिल्म की वीसीडी भी थी. तब भाइयों ने कहा कि वे पहले ही शाहरुख को मुख्य भूमिका में लेकर वीनस के प्रति समर्पित हो चुके हैं. अगर हम अब पीछे हटते हैं, तो यह हमारे करियर पर सवाल होगा. उन्होंने कहा कि वे मेरे साथ किसी अन्य फिल्म में सहयोग करेंगे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने सोचा कि अब क्या मतलब है, अगर उनका करियर दांव पर है, तो रहने दो. तब मुझे नहीं पता था कि ‘हम साथ काम करेंगे’ वास्तव में ऐसा कभी नहीं होता. यह सिर्फ कहने के लिए कहा गया है.’