Amazing Benefits of Changeri: यह पत्तेदार सब्जी स्वाद में खट्टा और थोड़ा अलग होता है लेकिन सेहत की रक्षा करने में यह पूरा संसार है. इसे इंडियन सरेल या चंगेरी कहते हैं. देखने में यह एक तरह से पालक की तरह ही होता है लेकिन स्वाद इसका बिल्कुल अलग है. चंगेरी बेहद पावरफुल सब्जी है. इस पत्तेदार सब्जी को आप साग, सलाद, सूप और किसी अन्य सब्जी में खट्टापन लाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सरेल की कई वैराइटी है जिसमें कुछ घास की किस्म भी है लेकिन चंगेरी शुद्ध साग है. इसमें हल्का नींबू का स्वाद भी आएगा. रिपोर्ट के मुताबिक जहां तक सेहत की बात है तो चंगेरी सबसे पहले डाइजेशन के लिए बहुत फायदेमंद है. यह इंफ्लामेशन संबंधी बीमारियों को होने से बचा सकता है. लेकिन चंगेरी का सेवन यदि सप्ताह में एक दिन भी कर लिया जाए तो यह हार्ट की बहुत अच्छी तरह से रक्षा करता है.
1.इंडियन सरेल या चंगेरी अनोखी हरी पत्तीदार सब्जी है. इसमें प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, फाइबर, विटामिन सी, मैग्नीशियम, विटामिन ए, मैग्नीज, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6, फॉस्फोरस समेत कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. एंटीऑक्सीडेंट्स इंफेक्शन वाली बीमारियों को रोकने में बहुत मदद करता है
2.चंगेरी का साग कई तरह से हार्ट को फायदा पहुंचाता है. पबमेड सेंट्रल की रिसर्च के मुताबिक चंगेरी के साग का सेवन खून में जमाव या थक्का बनने के मामले को बहुत कम कर देता है. यह ब्लड वैसल्स को फैलाने में मदद करता है जिससे बीपी नहीं बढ़ता. चंगेरी में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स हार्ट के मसल्स को फ्लेक्सिबल और मजबूत बनाने में मदद करता है. यानी यह हर तरह से हार्ट की धड़कन की रक्षा करता है.
3.सरेल या चंगेरी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो पानी में घुलनशील विटामिन है और यह शरीर में इंफ्लामेशन यानी सूजन को नहीं होने देता है. जब कोशिकाओं में सूजन लगती है तो कई तरह की बीमारियां लगती है. चंगेरी इस तरह से इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है जिससे बाहर से आने वाली बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है.
4.जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, अगर वे सुबह-सुबह कुछ हिस्सा चंगेरी को डाइट में शामिल कर लें तो तेजी से वजन घट सकता है. एक कप चंगेरी में 4 ग्राम फाइबर होता है जो पूरा दिन पेट को भरा हुआ महसूस कराता है. इससे वजन घटाने में मदद मिलती है.
5.रिसर्च के मुताबिक चंगेरी के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर को भी कम किया जा सकता है. चंगेरी में मैग्नीशियम भी होता है. इसके अलावा फॉस्फोरस और मैग्नीज की उपस्थिति के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
6.पबमेड सेंट्रल की एक रिपोर्ट के मुताबिक चंगेरी में फ्लेवेनोएड्स, कैरोटेनोएड्स, नफ्तालेंस जैसे एंटीऑक्सींडेट्स होते हैं जो सेल्स से फ्री रेडिकल्स को हटाते हैं जिससे सेल में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस नहीं होता है. यानी इससे स्किन को जवां रखी जा सकती है. एक अन्य अध्ययन के मुताबिक सरेल या चंगेरी का साग खाने से अल्जाइमर यानी भूलने वाली बीमारी से भी बचा जा सकता है.
7.पबमेड सेंट्रल जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सरेल या चंगेरी का साग कुछ प्रकार के कैंसर कोशिकाओं को मार देता है. जैसे कि ब्रेस्ट, सर्विकल और स्किन कैंसर में चंगेरी की साग फायदेमंद साबित हो सकता है. टेस्ट ट्यूब स्टडी में इसके सकारात्मक परिणाम आए हैं.