आखिर क्यों अमेरिका में 90 फीट ऊंची हनुमान मूर्ति का लोग कर रहे विरोध ? सामने आई ये बड़ी वजह. पढ़िए…

अमेरिका के ह्यूस्टन में हनुमान प्रतिमा के विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि चर्च से जुड़े कम से कम 25 लोग मंदिर में घुस गए और धर्म परिवर्तन कराने लगे. फिर, हनुमान प्रतिमा का विरोध करने लगे। मंदिर से जुड़े लोगों को पहले लगा कि ये लोग मंदिर और हनुमान प्रतिमा देखने आए हैं, लेकिन हंगामा देख पुलिस बुला ली गई.



 

 

 

फेसबुक पर वायरल हो रहे एक वीडियो में चर्च से जुड़े ग्रेग गर्वेस को भगवान हनुमान को अपशब्द कहते हुए सुना जा सकता है। आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान उनके समर्थक हनुमान मूर्ति के पास एकत्र होकर प्रार्थना कर रहे थे और धर्म परिवर्तन कर रहे थे. इसके बाद मंदिर ने पुलिस बुलाने की धमकी दी, तब ये लोग वहां से चले गये.

 

 

ह्यूस्टन से लगभग 35 किलोमीटर दूर शुगर लैंड में स्थित श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर में भगवान हनुमान की 90 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा स्थापित है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय चर्च के 25 सदस्य इसका विरोध करने पहुंचे. मंदिर के संयुक्त सचिव डाॅ. रंगनाथ कंडाला ने कहा, “शुरुआत में लगा कि ये लोग मूर्ति देखने आए हैं क्योंकि उन्होंने इसके बारे में इंटरनेट या किसी अन्य माध्यम पर पढ़ा था. इसलिए किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की.”

 

 

हनुमान की मूर्ति पर विवाद
मंदिर से जुड़े लोगों ने बताया कि कुछ देर बाद उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी मंदिर में आने वाले लोगों के पास पहुंचे और कहा कि यीशु ही एकमात्र भगवान हैं. इतना ही नहीं, कुछ ने तो यहां तक कहा, “सभी झूठे देवताओं को जलाकर राख कर दो।”
भगवान हनुमान की इस मूर्ति को करीब 67 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इस प्रतिमा को “स्टैच्यू ऑफ यूनियन” कहा जाता है। यह प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी और पेगासस और ड्रैगन प्रतिमा के बाद अमेरिका की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है। इतना ही नहीं, यह भारत के बाहर भगवान हनुमान की सबसे ऊंची मूर्ति है। जब इस मूर्ति का अनावरण किया गया तो मूर्ति के गले में करीब 72 फीट लंबी एक विशाल माला भी डाली गई।

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