जांजगीर-चाम्पा. बलौदा ब्लॉक के खैजा गांव के सरपंच और सचिव के मनमाने रवैये से ग्रामीण त्रस्त हो गए हैं. सरपंच और सचिव पर गबन, भ्रष्टाचार और अवैधानिक कार्य को लेकर उपसरपंच, पंच और ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है.
ग्रामीणों ने कलेक्टर के जनदर्शन को ढकोसला बताया है. उनका कहना है कि जनदर्शन के माध्यम से लोगों की गुहार कलेक्टर सुनते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती है, क्योंकि इस मामले में 5 बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उनका कहना है कि जिला पंचायत सीईओ के द्वारा सचिव को हटाने का आदेश हुआ था, लेकिन अब तक सचिव उसी जगह में पदस्थ है. ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम 5 बार ज्ञापन सौंपा है, जिसमें लिखा गया है कि टीम गठित कर इस मामले की जांच की जाए और सरपंच-सचिव पर कार्रवाई की जाए.
ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव की मनमानी चरम पर है. दोनों मिलकर पंचायत के विकास को अवरुद्ध कर रहे हैं और पंचायत की राशि का गबन रहे हैं. इतना ही नहीं, एक विशेष समाज की आस्था से भी खिलवाड़ जा रहा है. उस स्थान में लगे पेड़ों को काटकर आंगनबाड़ी का निर्माण किया जा रहा है. सबसे बड़ी बात, गांव में कोई भी मीटिंग नहीं ली जाती और सरपंच द्वारा पंचों का मानदेय भी नहीं दिया जाता.
इस तरह पंचायत की राशि को गबन किया जा रहा है, जिससे लोग बेहद परेशान हैं. उनका कहना है कि इस मामले में अगर आगे कार्रवाई नहीं होती है तो ग्रामीण सड़क की लड़ाई लड़ने मजबूर हो जाएंगे और आंदोलन करके मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की भी बात कही है. अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले में जिला प्रशासन का क्या रुख रहता है ?