आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया है जिनकी नीतियां दुनियाभर में प्रसिद्ध है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़ी सभी पहलुओं पर अपनी नीतियों का निर्माण किया है जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य सफलता के शिखर को प्राप्त करता है चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि किन परिस्थितियों में बुद्धिमान मनुष्य को भी कष्ट भोगना पड़ता है तो आगे हम इसी के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
चाणक्य नीति अनुसार एक बुद्धिमान मनुष्य को हमेशा शक्तिशाली शत्रु और कमजोर मित्र से सतर्क रहना चाहिए। क्योंकि ये दोनों हमेशा दुख देते हैं इसके साथ ही चाणक्य कहते हैं कि सुख और सफल रहने के लिए व्यक्ति को हमेशा ही सच बोलना चाहिए और सोच समझ कर खर्च भी करना चाहिए।
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चाणक्य की मानें तो जिस स्थान पर आपका आदर न हो या फिर जहां कमाई और ज्ञान का कोई साधन न हो, ऐसे स्थान को तुरंत त्याग देना ही बेहतर होता है। क्योंकि ऐसे स्थान पर अधिक समय तक रहने से भी कोई लाभ नहीं होगा। जहां कोई मित्र और रिश्तेदार न हो। ऐसे स्थान को भी छोड़ देने में ही भलाई होती है।
चाणक्य ने सफलता हासिल करने के लिए दो सूत्र बताएं है। चाणक्य की मानें तो जिस तरह दो पंखों की सहायता से कोई भी पक्षी आकाश में उड़ जाता है ठीक उसी तरह कर्म और ज्ञान रूपी दो पंखों के आधार पर मनुष्य भी सफलता के आकाश में उड़ सकता है ऐसे में इन्हें जीवन में जरूर शामिल करें।