उम्र तो नहीं लेकिन रोहित शर्मा का बल्ला दे चुका है जवाब, उनकी ये 9 पारियां दे रही हैं हिंट, कभी भी ‘हिटमैन’ टेस्ट को कह सकते हैं गुड बाय?

लोग अक्सर रोहित शर्मा की फिटनेस और उम्र पर सवाल उठाते हैं. मगर मौजूदा समय में उनके साथ इसकी समस्या कम और फॉर्म की समस्या ज्यादा नजर आ रही है. यह हम नहीं उनके आंकड़े बता रहे हैं. पिछले नौ टेस्ट पारियों में उनके बल्ले से केवल एक पचासा निकला है. जो उनकी मौजूदा छवि के हिसाब से बिल्कुल भी सही नहीं कहा जा सकता है. यही नहीं अगर उनका ऐसा ही हाल रहा तो ‘हिटमैन’ टी20 की तरह ही जल्द टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कह सकते हैं. रोहित शर्मा की मौजूदा उम्र 37 साल और 186 दिन है. 30 अप्रैल 2025 को वह 38 साल के हो जाएंगे.



9 पारियों में केवल 122 रन बना पाए हैं हिटमैन
रोहित शर्मा का नाम देश में मैच विनर खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार है, लेकिन फिलहाल वो मैच जिताना तो दूर अपनी फॉर्म को लेकर जूझ रहे हैं. रोहित शर्मा के बल्ले से पिछले 9 टेस्ट पारियों में केवल 122 रन निकले हैं. ये पारियां 18, 08, 00, 52, 02, 08, 23, 05, और 06 की हैं. अगले कुछ मुकाबलों में भी उनका बल्ला खामोश रहता है तो शायद उन्हें टीम से भी ड्रॉप किया जा सकता है. फिलहाल टीम के साथ-साथ उनके चाहने वालों को उम्मीद है कि रोहित का बल्ला दूसरी पारी में जमकर चलेगा और वह टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान देंगे.

मुंबई टेस्ट की पहली पारी में भी खामोश रहा रोहित का बल्ला
न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरूआती दो मुकाबले गंवाने के बाद फैंस को उम्मीद थी कि तीसरे टेस्ट मैच में रोहित का बल्ला जमकर चलेगा, लेकिन वह कुछ खास करिश्मा दिखाए बिना सस्ते में पवेलियन चलते बने. ऐसा नहीं है कि होम ग्राउंड पर उन्हें अच्छी शुरुआत नहीं मिली थी, उन्होंने पारी का आगाज करते हुए 18 गेंदों का सामना किया. इस बीच तीन चौके की मदद से 18 रन बनाने में कामयाब रहे, लेकिन इस अच्छी शुरुआत को वह बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके.

रोहित के खामोशी से बिगड़ रहा है टीम इंडिया का खेल
रोहित शर्मा के फ्लॉप प्रदर्शन का असर टीम इंडिया के ऊपर भी पड़ रहा है. दरअसल, मध्यक्रम के बल्लेबाजों को उम्मीद रहती है कि सलामी बल्लेबाज पिच पर कुछ देर टिककर गेंद को पुराना कर देंगे. जिससे स्विंग होना कम हो जाएगा, लेकिन रोहित के सस्ते में आउट होने के बाद उन्हें नई गेंदों का सामना करना पड़ता है. जहां वह पूरी तरह से ढेर हो जा रहे हैं.

यही नहीं अगर किसी टीम की सलामी जोड़ी अच्छी शुरुआत देने में कामयाब होती है तो इसका असर मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर भी पड़ता है. वह चिंतामुक्त होकर बल्लेबाजी करते हैं. इससे टीम को बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफलता हासिल होती है. मगर रोहित शर्मा के फ्लॉप होने से यह रणनीति भी ढेर हो जा रही है.

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