‘टाइगर स्टेट’ कहलाने वाला मध्यप्रदेश बाघों की मौत के मामले में भी देश में नंबर 1 बना हुआ है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने देशभर में बाघों की मौत के ताजा आंकडे जारी किए हैं। जिसके मुताबिक बीते 11 महीनों में मप्र में 37 बाघों की मौत हुई है। जो चिंता बढ़ाने वाले आंकड़े हैं। पूरे देश में भी बाघों की मौत के मामले बढ़े हैं। जहां बीते साल देशभर में 121 बाघों की मौत हुई थीं। वहीं यह आंकडा अब 39 अंक बढ़ते हुए 160 तक पहुंच गया है।
मप्र शिकार और बेमोत मरने वाले बाघों के मामले में नंबर वन पर है। इन आंकडों में सामान्य मृत्यु के अलावा बाघों का आपसी संघर्ष और शिकार प्रमुख वजह है। वन्य प्राणी और टाइगर एक्सपर्ट इसके लिए मप्र वन विभाग और टाइगर अथॉरिटी के अधिकारियों के जिम्मेदार मान रहे हैं। तो वहीं सत्तासीन बीजेपी इसे सामान्य बता रही है। बाघों की मौत के मामले में मध्य प्रदेश नंबर वन है। महाराष्ट्र और उत्तराखंड क्रमशः दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। 11 महीनों में मप्र में 37 बाघों की मौत हुई है। मध्यप्रदेश 785 बाघों के साथ शीर्ष पर है। 563 बाघों के साथ कर्नाटक दूसरे और 560 बाघों के साथ उत्तराखंड तीसरे स्थान पर है।
जानें कब-कब हुई टाइगरों की मौत
3 फरवरी – कान्हा टाइगर रिजर्व के अंदर
4 फरवरी – फीमेल उमरिया रेंज के बाहर
3 मार्च – फीमेल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
12 मार्च – फीमेल संजय दुबरी नेशनल पार्क के अंदर
22 मार्च फीमेल कान्हा टाइगर रिजर्व के अंदर
30 मार्च फीमेल कान्हा टाइगर रिजर्व के अंदर
1 अप्रैल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
3 अप्रैल मेल बांधव टाइगर रिजर्व के अंदर
5 अप्रैल फीमेल का कान्हा टाइगर रिजर्व के अंदर
7 मई बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
9 मई पेंच टाइगर रिजर्व के अंदर
17 मई शहडोल नॉर्थ इलाके में बाहरी एरिया
18 मई फीमेल बांधवगढ़ के अंदर
22 मई पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर
4 जून मेल बालाघाट
17 जून फीमेल कान्हा नेशनल पार्क के अंदर 17 जून मेल नौरादेही अभ्यारण
6 जून अब्दुल्लागंज
26 जून सतपुड़ा टाइगर रिजर्व
16 अगस्त फीमेल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
21 जुलाई – मानपुर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
8 अगस्त – मंडला सिवनी के बाहर
9 अगस्त – फीमेल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
31 अगस्त कान्हा नेशनल पार्क के अंदर
15 अक्टूबर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
20 अक्टूबर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंदर
27 अक्टूबर चित्रकूट फॉरेस्ट डिविजन के बाहर
1 नवंबर छिंदवाड़ा सर्कल के अंदर
8 नवंबर पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर
15 नवंबर शहडोल जैतपुर रेंज के अंदर