जांजगीर-चाम्पा. छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के असेसर व बकरी पालन विषय के मास्टर ट्रेनर सिवनी गांव के रामाधार देवांगन पंजाब के एसबीआई आरसेटी फतेहगंज साहेब में बकरी पालक किसानों को बकरी पालन का प्रशिक्षण दे रहे हैं। रामाधार देवांगन जो कि कृषक संगवारी के साथ ही केन्द्रीय रेशम बोर्ड तसर अनुसंधान व वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार भी हैं। उन्होंने भारत के मध्यप्रदेश समेत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, असम, सिक्किम, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश पहुँच कर अपने सहयोगी साथी युवा कृषक दीनदयाल यादव के साथ मिलकर कृषि क्षेत्र के किसानों को प्रशिक्षण देने का काम निरंतर छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के नियंत्रक अरुण कुमार सोनी के मार्गदर्शन पर दे रहे हैं।
रामाधार देवांगन ने बताया कि कृषि क्षेत्र में पंजाब के किसान बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं। यहाँ के किसानों को बकरी पालन के कारोबार से जोड़ने तथा प्रशिक्षण के लिए उन्हें यहाँ बुलाई गई है। प्रशिक्षण सत्र कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक, ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान फतेहगंज साहेब के डायरेक्टर रामलाल औजला समेत एलडीएम मुकेश सैनी, फैकेल्टी हरदीप राय और पंजाब राज्य के बकरी पालक प्रगतिशील किसान प्रमुख रूप से शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि रामाधार देवांगन छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी से बकरी पालन, मुर्गी पालन और कोसा रेशम कीट पालन के लिए अधिकृत मास्टर ट्रेनर तथा असेसर हैं। हालांकि वे मशरूम उत्पादन, मधमक्खी पालन, लाख उत्पादन, मछली पालन, डेयरी, जैविक खेती, डिटर्जेंट पावडर, फिनाईल निर्माण, शेम्पू, साबुन, अगरबत्ती, मोमबत्ती निर्माण आदि के विशेषज्ञ भी हैं। कृषि क्षेत्र में शासन की ओर से उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार से नवाजा गया है।
रामाधार देवांगन सामाजिक कार्यकर्ता के साथ साथ एक अच्छे कवि भी हैं और देश का पहला वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के एफपीओ के डायरेक्टर भी हैं। पंजाब के प्रगतिशील किसानों को छत्तीसगढ़ राज्य के पशुपालन तकनीक की जानकारी से अवगत करा रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय बकरी अनुसंधान केंद्र मखदूम मथुरा उत्तरप्रदेश में बकरी पालन को लेकर वैज्ञानिकों द्वारा किये जा रहे नस्ल सुधार कार्यक्रम के बारे में किसानों को जानकारी दिया जा रहा है।