जांजगीर-चाम्पा. प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की प्रत्येक गावों में क़ृषि और पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर काम कर रहीं बिहान की क़ृषि व पशु सखी दीदियों को एसबीआई आरसेटी में प्रशिक्षण के दौरान उन्हें शासकीय रोपणी पुटपुरा, नंदनी मशरूम उत्पादन केंद्र और बराई नर्सरी खोखरा जांजगीर का भ्रमण कराया गया। जहाँ पर दीदियाँविविध प्रकार की फल, फूल, साग सब्जी की किस्मो और उत्पादन तकनीक को देख खूब प्रभावित हुई, वहीं बराई नर्सरी में गंधराज फूल की खुशबू और सुंदरता ने दीदियों का मन मोह लिया।
एसबीआई आरसेटी के फेकेल्टी अरुण पाण्डेय व प्रशिक्षण कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव ने बताया कि बलौदा ब्लॉक के चारपारा, जर्वे ब, पहरिया और कुरदा कलस्टर आदि चारों कलस्टर के 35 क़ृषि व पशु सखियों को 12 दिवसीय सब्जी खेती व नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण संस्थान के डायरेक्टर लक्ष्मीनारायण सिंकू के मार्गदर्शन में मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें शासकीय रोपणी पुटपुरा, नंदनी मशरूम उत्पादन केंद्र खोखरा तथा बराई नर्सरी खोखरा जांजगीर का भ्रमण कराया गया।
भ्रमण में शासकीय रोपणी पहुँचे दीदियों को उद्यान अधीक्षक टिकेश्वर दिवाकर और उनके स्टॉप आरएचओ प्रीति वस्त्रकार, माली ललिता कौशिक चंद्रप्रकाश केवट ने बीज से पौधा तैयार करने और आम में साइड ग्राफ्टिंग तथा टॉप ग्राफ्टिंग करके दिखाया। इसके साथ ही पॉम, नीबू, एप्पल बेर, बॉम्बे ग्रीन, बैगनफल्ली, हिमसागर, लंगड़ा, दशहरी व अन्य किस्मो की आम, चीकू, बेल, और कई प्रकार की फल फूल इकाई का भ्रमण कराया और शासकीय योजनाओं की जानकारी दी।
इसी तरह आरसेटी से प्रशिक्षण लेने के बाद एक सफल उद्यमी के रूप में मशरूम उत्पादन का काम कर रहीं नंदनी हंसराज के मशरूम उत्पादन इकाई का भ्रमण कराया गया। वहीं जिले के सबसे बड़ा नर्सरी बराई नर्सरी खोखरा का भ्रमण कराया गया। जहाँ पर नर्सरी संचालक सी पी थवाईत ने जापान की काले रंग की आम समेत काली मिर्च, लहसुनिया, गंधराज फूल, रुद्राक्ष, अंगूर, सेव, खेख्सा, समी, पारिजात, मधुकामनी,केला, पपीता समेत 15 साल की बोनसई बरगद का पेड़ दिखाया। भ्रमण के दौरान पशु सखी और पशु सखी दीदियों ने बताया कि बराई नर्सरी जिले का सबसे बड़ा नर्सरी है। जहाँ पर खुशुबू दार गंधराज फूल समेत काली मिर्च, काला अंगूर, सफ़ेद जामुन, रुद्राक्ष, सेव, अंगूर, दालचीनी, लहसुनिया का पौधा पहली बार देखा।
प्रशिक्षण व भ्रमण में कुरदा कलस्टर की पशु सखी पार्वती यादव, पुष्पा यादव, बीना यादव, देवकुमारी साहू, क़ृषि सखी शशि कर्ष, नींरा यादव, अंजू साहू, बेदनी साहू, जर्वे ब कलस्टर से पशु सखी रेखा साहू, लता यादव, किरण सराफ, क़ृषि सखी शिवरात्रि मिलन, गायत्री खांडे, पूजा यादव, फेकन बाई, चारपारा कलस्टर से पशु सखी मनीषा तिवारी, सुन्दर बाई कंवर, अन्नू बैनर्जी,दुर्गा अनंत, माहेश्वरी यादव, क़ृषि सखी धनेश्वरी भारद्वाज, काजल डहरिया, कविता यादव, लक्ष्मीन बरेठ, अनुपा बैनर्जी, पहरिया कलस्टर से पशु सखी कालावती यादव, देवकुमारी खुटे, बचन बाई केवट, सविता कश्यप, संतोषी केवट, क़ृषि सखी उषा बाई यादव, लक्ष्मीन यादव, रामबाई साहू, ममता कुम्भकार, अनुपा बर्मन आदि शामिल हैं।