क्वारेंटीन के निर्देशों का उल्लंघन करने पर 34 श्रमिकों के खिलाफ एफआईआर, खोखसा गांव के क्वारंटीन सेंटर में पानी और भोजन का बेहतर इंतजाम, संक्रमित पाए गए 18 श्रमिकों का समुचित ईलाज जारी

जांजगीर-चांपा. जांजगीर से लगे खोखसा गांव में क्वारंटीन 34 श्रमिकों द्वारा क्वारंटीन नियमों का उल्लघंन करने पर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार अन्य राज्यों से जिले में आ रहे श्रमिकों व्यक्तियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन की व्यवस्था की गई है। इसी कड़ी में 25 मई को दिल्ली, जयपुर और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से लौटे 70 श्रमिकों को बिलासपुर से बस के माध्यम से जांजगीर-चांपा जिला लाया गया। जिला मुख्यालय के समीप ग्राम खोकसा के कोणार्क शिक्षा महाविद्यालय भवन में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में इन्हें क्वारंटीन किया गया। वर्तमान में इस सेंटर पर पानी और भोजन की समुचित व्यवस्था है। इस सेंटर के संक्रमित पाए गए 18 श्रमिको को राज्य के विभिन्न् कोविड 19 अस्पतालों में ईलाज की समुचित व्यवस्था की गयी है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं नोडल अधिकारी जिला स्तरीय कोविड 19‌ नियंत्रण तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि 70 श्रमिकों में से 32 श्रमिकों ने सलखन के पास मुड़पार के क्वॉरेंटाइन सेंटर के आसपास निर्मित क्वारंटीन सेंटर में रखने की बात की थी। प्रबुद्ध व्यक्तियों, सरपंच, सचिव, पटवारी के समझाने पर वे कोणार्क महाविद्यालय के बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रहने के लिए सहमत हुए थे। अगले दिन 26 मई को सुबह 9 बजे गांव के नजदीक क्वारंटीन सेंटर पर जाने की पुनः जिद करते हुए सुबह के लिए तैयार नाश्ता पोहा को कड़ाही सहित जमीन में फेंक दिया और रसोइयों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए सेंटर से बाहर निकल गए। इसकी सूचना एसडीएम दी गई। समझाइश देकर इन्हें पुनः वापस सेंटर पर ले जाया गया और वे श्रमिक वहां खाना खाए। क्वारंटीन सेंटर का नलकूप 27 मई को सुबह 8 बजे खराब हो जाने पर पड़ोस के घर से तत्काल नहाने और पीने के लिए पानी की व्यवस्था की गयी। पानी की इस वैकल्पिक व्यवस्था को अमान्य करते हुए 27 व्यक्ति क्वारंटीन सेंटर से खोखरा के बेलडबरी तालाब में नहाने चले गए। इसकी सूचना ग्राम पंचायत सचिव द्वारा एसडीएम व तहसीलदार को दूरभाष के माध्यम से दी गई। अधिकारियों ने वहां पहुंचकर नहाने गए लोगों को क्वारंटीन सेंटर पर वापस लाया।इस दौरान श्रमिकों द्वारा वहां उपस्थित तहसीलदार एवं पुलिस के समक्ष ही गांव के सचिव, सरपंच एवं पंच के साथ दुर्व्यवहार किया गया। मजदूरों के द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जिसके आधार पर कुल 34 लोगों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट क्रमांक 0245/2020 दर्ज कराया गया।
जिला पंचायत से जारी प्रतिवेदन के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 12 श्रमिकों का ब्लड सैंपल लिया गया। जिसकी रिपोर्ट 1 जून को प्राप्त हुई जिसमें एक मजदूर को कोविड-19 आने पर शेष बचे 60 मजदूरों का ब्लड सैंपल लिया गया। 2 जून को दो मजदूरों का और संक्रमित होने की रिपोर्ट मिली, जिसे दुर्ग के कोविड-19 अस्पताल ईलाज के लिए भेजा गया। 5 जून को 8 श्रमिकों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। संक्रमित पाए सभी श्रमिकों के समुचित ईलाज की व्यवस्था की गयी है।



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