रायटर। इजरायल और हमास के बीच इस युद्ध में अभी तक इजरायल में 1300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जिनमें 247 सैनिक हैं। जबकि गाजा पर इजरायली हमले में अब तक 1800 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 6,388 लोग घायल हैं। इजरायल और हमास युद्ध में अब तक कुल 3100 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा में 4.23 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। शुक्रवार रात मध्य इजरायल में सायरन बजाए गए हैं, जिसकी वजह से लोग अपने घरों को छोड़कर जान बचाने के लिए तहखानों की तरफ भागने लगे। जबकि इजरायली सेना गाजा में घुस गई और गोलीबारी भी की, जिसके बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।
बमबारी में 13 बंधकों की मौत का दावा
पिछले शनिवार को हमले के बाद हमास के लड़ाके लगभग 150 लोगों को अपने साथ बंधक बनाकर ले गए थे। हमास ने दावा किया कि इजरायली बमबारी में गुरुवार को 13 बंधक मारे गए, इनमें विदेशी भी शामिल हैं। हालांकि, सैन्य प्रवक्ता हगारी ने हमास के दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अपनी जानकारी है। हमास के झूठ पर विश्वास न करें।’ इजरायल का कहना है कि गुरुवार को रातभर किए गए हवाई हमलों में हमास की सुरंगों, सैन्य परिसरों और हथियार भंडारों समेत 750 ठिकानों को निशाना बनाया गया।
फलस्तीनियों को रोकने के लिए मिस्त्र ने सीमा पर तैनात किए सुरक्षा बल
मिस्त्र के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि उनके देश ने सिनाई प्रायद्वीप में गाजा से बड़ी संख्या में फलस्तीनियों के आने की आशंका से सीमा पर हजारों सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया है। उल्लेखनीय है कि मिस्त्र ने दशकों पहले इजरायल के साथ शांति समझौता कर लिया था और लंबे समय से एक क्षेत्रीय मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा है। वह फलस्तीनियों को अपने क्षेत्र में फिर से बसाने का ²ढ़ता से विरोध कर रहा है। वहीं, उसने इजरायल के अल्टीमेटम को अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन बताया है।
फलस्तीनी नेता और जार्डन के किंग से मिले ब्लिंकन
हमास की प्रतिद्वंद्वी फलस्तीनी अथारिटी के प्रेसिडेंट महमूद अब्बास ने जार्डन में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा कि गाजा में फलस्तीनियों का जबरन विस्थापन 1948 की पुनरावृत्ति होगी, जब हजारों फलस्तीनी उस स्थान से भाग गए थे या उन्हें खदेड़ दिया गया था जो अब इजरायल है। अधिकांश गाजावासी ऐसे शरणार्थियों के वंशज हैं। अब्बास ने गाजा में तुरंत सहायता भेजने की अनुमति देने का आह्वान किया। ब्लिंकन ने शुक्रवार को जार्डन के ¨कग अब्दुल्ला और कतर में प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। उनका सऊदी अरब, मिस्त्र और संयुक्त अरब अमीरात भी जाने का कार्यक्रम है।
लेबनान की निगरानी चौका पर गोलाबारी
इजरायल ने शुक्रवार को लेबनानी सेना की निगरानी चौकी पर गोलाबारी की। इजरायली सेना ने कहा कि उसने एक संदिग्ध सशस्त्र घुसपैठ के जवाब में गोलीबारी की, जिसे बाद में उसने झूठा पाया। लेबनान के सरकारी मीडिया ने बताया कि यह गोलाबारी अल्मा अल-शाब और धायरा के पास हुई। इन दोनों ही स्थानों पर पिछले सप्ताह बार-बार झड़पें हुई हैं। दक्षिण लेबनान में कार्य के दौरान एक पत्रकार की मृत्यु हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पत्रकार की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
संघर्ष में किसी और के शामिल होने के संकेत नहीं : अमेरिका
अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि इजरायल-हमास संघर्ष में कोई और देश या संगठन शामिल होने पर विचार कर रहा है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जान किर्बी ने कहा, ‘हमने ऐसी कोई अन्य बाहरी ताकत नहीं देखी जिसने इस संघर्ष को व्यापक और गहरा करने की इच्छा या तत्परता का संकेत दिया हो।’