जांजगीर-चाम्पा. पामगढ़ के चैतन्य कॉलेज में संचालित समाजकार्य विभाग के द्वारा 14 फरवरी को अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें समाजकार्य के अध्ययनरत छात्र -छात्राओं के अभिभावकों तिलक लगाकर व पुष्प भेंट कर चर्चा परिचर्चा व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सम्मेलन का शुभारंभ माता सरस्वती की प्रतिमा पर द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
कॉलेज संचालक वीरेंद्र तिवारी ने अभिभावकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि अभिभावकों से चर्चा करते हुए कहा कि आज के बच्चे कल के सक्षम भारत का भविष्य हैं. इसलिए उनके सर्वांगीण विकास के लिए महाविद्यालय के साथ-साथ अभिभावकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस तरह के आयोजन से निश्चित ही सकारात्मक वातावरण निर्मित होगा जिससे समाज को नई दिशा मिलेगी। प्राचार्य डॉ. शरद के बाजपेयी ने माता पिता व शिक्षकों के सम्बन्धो को रेखांकित करते हुए कहा कि हर माता -पिता को बच्चों के शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी से अवगत होना जरूरी है इसके लिए अभिभावकों को समय- समय पर शिक्षकों व महाविद्यालय के सम्पर्क में रहना जरूरी है, विद्यार्थी के प्रगति में महाविद्यालय,शिक्षक व माता-पिता का अहम योगदान होता है। डॉ. नरेन्द्रनाथ गुरिया ने अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाजकार्य के विद्यार्थी वि.वि. स्तर पर प्रावीण्य सूची में लगातार स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय के साथ साथ जिले का नाम रोशन कर रहे है, विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावक तीन मुख्य आयाम होते है।वर्तमान समय में युवा वर्ग में भटकाव शीघ्र होता है। इसकी जिम्मेदार परिस्थितियां होती हैं। अभिभावक जागरूक रहकर बच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार दें। इससे वे कामयाब बनकर देश व समाज की सेवा करें। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी संजय बघेल ने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता जरूरी है और गुणवत्ता के लिये शिक्षक , अभिभावकों एवं विद्यार्थियों के बीच संवाद की स्थिति जब तक नहीं बनेगी तब तक संतोषजनक परिणाम नहीं आ सकते इस लिए अभिभावकों शिक्षकों व विद्यार्थियों को चर्चा करना आवश्यक है जिससे शिक्षा का माहौल अनुकूल बन सके।
सहायक प्राध्यापक सिम्पल रजक ने कहा कि संस्कारों के अभाव में जब ज्ञान शून्य हो जाता है, तो पढ़ा लिखा व्यक्ति भी गलत आचरण करता है। घर परिवार में शिक्षा का वातावरण निर्मित कर अच्छी पत्र-पत्रिकाओं का पठन करवाएं शिक्षा के साथ संस्कारवान बनाने में जितनी भूमिका शिक्षकों की होती हैं, उतनी ही माता- पिता की होती है। इस बीच अभिभावकों ने भी विचार रख कर आयोजन की सराहना की। इस बीच पुलवामा में शहीद हुए चालीस वीर सपूत जवानों को 2 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। कार्यक्रम का संचालन समाजकार्य विभाग के अभिषेक पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में छात्र छात्राओं के साथ अभिभावक उपस्थित थे।