जांजगीर चांपा. जिले में उद्यान विभाग के द्वारा के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत सब्जी, मसाला, पुष्प उत्पादन और फलदार पौधो का रोपण किया जा रहा है। परंपरागत धान की फसल के साथ ही, जिले के किसान अधिक मुनाफा वाले उद्यानिकी फसलो की ओर आकर्षित हो रहे हैं। जिले के किसानों को उद्यान विभाग की योजना के तहत बाड़ी में सिंचाई सुविधा को विकसित करने तथा सुरक्षा के लिए फेंसिंग का भी कार्य किया जा रहा है। गांव में बनाए जा रहे गौठानों में फलदार पौधों का रोपण किया गया है।
उद्यान विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य पोषित योजना के तहत 14.005 हेक्टेयर में फलदार पौधों का रोपण किया गया है। इसी प्रकार नदी कछार तटों पर 7 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में किसानों द्वारा सब्जी का उत्पादन किया जा रहा है। इस योजना के तहत 1.5 हेक्टेयर में सूक्ष्म सिंचाई (ड्रिप) की सुविधा दी गयी है। बाड़ी की सुरक्षा के लिए 7.22 हेक्टेयर में सामुदायिक फेंसिंग किया जा चुका है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 32.08 हेक्टेयर में फल सब्जी मसाला व पुष्प की खेती की जा रही है। फल 3.51 हेक्टेयर में सब्जी 21.07 हेक्टेयर में और फूल की खेती 7.5 हेक्टेयर में की गयी है। कलेक्टर श्री जनक प्रसाद पाठक के मार्ग निर्देशन में जिला खनिज न्यास मद से भी राशि स्वीकृत की गयी है। इस मद से नरवा गरवा घुरवा और बाड़ी विकास के लिए, सूक्ष्म व स्प्रींकल सिचाई के लिए और सब्जी-मसाला क्षेत्र के लिए राशि स्वीकृत की गयी है।
क्राप डॉक्टर ऐप डाउनलोड करने की सलाह – कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में सब्जी, मक्का, धान आदि की फसल लगाई गई है। कृषि विज्ञान केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार 4870 हेक्टेयर में मक्का, 9980 हेक्टेयर में धान की फसल लगाई गई है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा अधिक उत्पादन एवं कीट पतंगों से सुरक्षा के लिए किसानों को सलाह दी जा रही है। जिले में 190 हेक्टेयर में कद्दूवर्ती फसल 72 हेक्टेयर में, भिंडी एवं 54 हेक्टेयर मे पत्तीदार सब्जियां लगाई गई है। किसानों को क्राप डॉक्टर ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी गई है। इस ऐप के माध्यम से कृषि वैज्ञानिकों की सलाह मोबाइल पर भी उपलब्ध होगी।
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