जिला स्तरीय नोडल अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति गंभीर रहें : कलेक्टर, कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर क्वॉरेंटाइन केंद्रों में बुनियादी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश – खबर सीजी न्यूज

जांजगीर चांपा. कलेक्टर जेपी पाठक ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम और क्वॉरेंटाइन केंद्रों में निर्देशित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने नियुक्त जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों से निर्देशित कर कहा है कि वे अपने प्रभार वाले क्वॉरेंटाइन केंद्रों में निर्देशानुसार समय पर भोजन, स्वच्छता, फिजिकल डिस्टेंस, मार्क्स का उपयोग करने, बाहरी व्यक्ति का प्रवेश ना हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने क्वॉरेंटाइन केन्द्र में किसी भी प्रकार की घटना समस्या की त्वरित जानकारी उच्च अधिकारियों को देने कहा है। उन्होंने केंद्र में किसी भी प्रकार की आर्थिक घटना के लिए नोडल अधिकारियों को जवाब दें मानते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही की हिदायत दी है।
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कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आज क्वॉरंटीन केंद्रों के नोडल अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों को अपने कर्तव्य के प्रति सचेत और मुस्तैद रहने के निर्देश दिए ।
स्वच्छता और फिजिकल डिस्टेंस और सुरक्षा-
कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि वे अपने प्रभार वाले क्वॉरंटीन केंद्र में स्वच्छता, फिजिकल डिस्टेंस, शौचालय की स्वच्छता, शौचालय उपयोग के बाद बिल्चिंग पाउडर की घोल का छिड़काव कराने, प्रत्येक क्वॉरंटीन व्यक्ति को माक्स का उपयोग करें, समय पर उन्हें भोजन मिले। बुखार, सूखी खांसी आने पर उनका तत्काल सैंपल लेने चिकित्सा टीम को सूचित करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि क्वॉरेंटीन रहने वाले ब्यक्ती का केंद्र से बाहर जाने और बाहरी व्यक्ति का क्वॉरंटीन केंद्रों में प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा।
सुरक्षित रहते हुए निर्देशों का पालन करें-
कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि वे कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर अपने स्वयं की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान क्वॉरेंटाइन में रहने वाले व्यक्तियों से निश्चित दूरी बनाकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
जोखिम वाले वर्ग के लिए पृथक क्वारंटीन की ब्यवस्था करें-
संक्रमण के मद्देनजर उच्च जोखिम वर्ग के संबंध में कलेक्टर ने कहा कि नोडल अधिकारी बुजुर्ग, गंभीर रोग पिडित,ब्लड प्रेशर, गर्भवती माताओं, बच्चों पर विशेष ध्यान दे।
कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों से कहा कि 60 वर्षों से अधिक उम्र के गंभीर रोग पीड़ित लोगों, गर्भवती माताओं और बच्चों में प्रतिरोध क्षमता कम होती है। ऐसे क्वॉरंटीन में रहने वालों के प्रति विशेष सतर्कता बरतें, उन्हें पृथक से अलग कमरे में क्वॉरंटीन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इन्हें बुनियादी सुविधाएं के साथ सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराएं।
शपथ पत्र भरवाएं
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि वे क्वारंटीन में रहने वाले प्रत्येक ब्यक्ति से नियमों का पालन करने शपथ पत्र अनिवार्य रूप से भरवाएं।
जागरूकता के लिए मुनादी कराएं –
कलेक्टर ने प्रत्येक क्वॉरंटीन सेंटर सहित आसपास के ग्रामों में कोविड-19 के संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने संक्रमण से बचाने सावधानी बरतने मुनादी कराने कहा। उन्होंने गांव के लोगों को ग्राम में बाहरी व्यक्ति के आने की सूचना स्वास्थ्य विभाग में देने ग्रामीणों को जागरूक करने संबंधी मुनादी अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए।
अब तक अन्य प्रांतों से आए 1610 मजदूरों का टेस्ट
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि ट्रेन, बस और अन्य माध्यमों से अन्य प्रांतों से जिले में अब तक करीब 17000 श्रमिक, यात्रियों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया गया है। इनमें से 1610 लोगों का कोविड-19 का टेस्ट कराया गया है। अब तक जिले में कोविड-19 पाजीटिव- 14 केस मिले हैं।कलेक्टर ने कहा कि मई-जून माह में लगातार अन्य प्रांतों से श्रमिकों का आना जारी रहेगा। अतः प्रत्येक नोडल अधिकारी अपने कर्तव्यों का गंभीरता से निर्वहन करें।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती लीना कोसम, जिला पंचायत सीईओ तीर्थराज अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर केएस पैकरा और क्वॉरंटीन सेंटर्स के जिला स्तरीय नोडल अधिकारी उपस्थित थे ।



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