जनभागीदारी शिक्षक संघ के पदाधिकारी और सदस्य मिले कांग्रेस नेता इंजी. रवि पांडेय से, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

जांजगीर-चाम्पा. जनभागीदारी शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं सदस्यगण आज प्रदेश कांग्रेस सचिव इंजी. रवि पाण्डेय से सौजन्य मुलाकात कर पुनः समायोजन की मांग करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौपा.
ज्ञापन में उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद शिक्षा केन्द्र में सन 2002-03 में राज्य सरकार के द्वारा पूर्ववर्ती शालाओं का उन्नयन किया गया. शासन इस योजना को ‘स्कूल जाबो पढ़के आबो’ शिक्षा मिशन 2002 का नाम रखा गया था. इस तरह से पूरे प्रदेश में 719 मिडिल स्कूल 699 हाईस्कूल 351 हायर सेकेण्डरी स्कूलों को उन्नयन किया गया.
स्कूल के वित्तीय भार शाला भवन शिक्षकों की भर्ती शासन के नियमानुसार राज्य सरकार के परिशिष्ट क्रमांक-09 के तहत पंचायतों केा दिया गया. उनसे 2 वर्ष का संचालन करने हेतु शपथ पत्र मांगा गया शिक्षा के क्षेत्र मे समाज के उन्नति के लिए बढ़-चढ़ कर भाग लिया. शासन के स्कूल संचालन के लिए पंचायतो द्वारा जनभागीदारी शिक्षा समिति गठन करके जनभागीदारी शिक्षकों की नियुक्ति की गई जो गांव में युवा बेरोजगार शिक्षित थे, उनका सहयोग लिया गया.
2004 के बाद छ.ग. में भाजपा की सरकार बनी और पंचायतों को कहा गया कि 2 वर्ष और यथावत इन शालाओं का संचालन पंचायत करें. रमन सरकार ने सन् 2009-10 व्यापम के द्वारा शिक्षाकर्मी भर्ती कर इन शालाओं में नियुक्ति दे दी गई. इस दौरान जनभागीदारी शिक्षकों को निकाल दिया गया. पुनः समायोजन की मांग मुख्यमंत्री से की गई.



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