कोरोना का टीका सुरक्षित है, बारी आने पर केंद्र में लगवाएं टीका, कलेक्टर यशवंत कुमार ने कोविड-19 का टीका लगवाकर द्वितीय चरण का किया शुभारंभ

जांजगीर-चांपा. कलेक्टर यशवंत कुमार ने आज जिला चिकित्सालय जांजगीर परिसर स्थित टीकाकरण केंद्र में कोविड-19,का टीका लगवाकर टीकाकरण के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कलेक्टर ने उपस्थित लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि कोविड वेक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है । अपनी बारी आने पर स्वेच्छा से टीकाकरण केंद्र आकर टीका लगवाएं। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बाद टीकाकरण केन्द्र में आधा घंटा डाॅक्टरों की निगरानी में रूकें और चिकित्सक की अनुमति के बाद प्रस्थान करें।
इस दौरान कलेक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों से चर्चा कर प्रथम चरण में किए गए टीकाकरण की जानकारी ली। डिप्टी कलेक्टर करुण डहरिया ने भी आज कोविड-19,का टीका लगवाया।
सीएमएचओ डाँ. एस आर बंजारे ने बताया कि टीकाकरण के द्वितीय चरण का शुभारंभ आज से हुआ है। द्वितीय चरण में राजस्व, पुलिस, जेल, पंचायत और नगरीय निकाय के अधिकारियों, कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। प्रथम चरण में हेल्थ वर्कर्स और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में छूटे हुए हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण जारी रहेगा ।
उन्होंने बताया कि जिले में 60 टीकाकरण केंद्र प्रस्तावित है। जिसमें से 35 केंद्र प्रारंभ हो चुके हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ की वैक्सीन लगाई जा रही है-
छत्तीसगढ़ को भारत सरकार द्वारा पहली खेप में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ टीके उपलब्ध कराए गए हैं। ये टीके आईसीएमआर द्वारा प्रमाणित हैं। इन सब की जानकारी कोविड पोर्टल में एंट्री की गई है। टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थिति के प्रबंधन के लिए राज्य स्तर से लेकर टीकाकरण स्थलों तक एईएफआई (एडवर्स इवेंट फालोइंग इम्यूनाइजेशन ) प्रबंधन प्रणाली सुदृढ़ की गई है।
28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना आवश्यक-
वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना होगा। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर एंटीबाडी का सुरक्षात्मक स्तर इम्यूनिटी विकसित होती है। वैैैक्सीन लगाने के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना आवश्यक होगा जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा।
कोविड-19, के टीके मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लगाए जा रहे हैं। टीका लगाने के बाद हितग्राही को आधे घंटे निगरानी कक्ष में रखा जाता है। टीका लगाने में कोई शंका, डर नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसमें इनएक्टिव वायरस का उपयोग किया गया है।
टीकाकरण के दौरान सिविल सर्जन डाँ. अनिल जगत, जिला टीकाकरण अधिकारी डाँ. पुष्पेन्द्र लहरे सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।



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