जांजगीर-चांपा. जिला पंचायत में गुरूवार को बैंक सखी के माध्यम से अधिकारियों, कर्मचारियों ने बैंकिंग सुविधा का लाभ लिया। अधिकारी, कर्मचारियों ने बैंक सखी के माध्यम से नकद राशि निकाली, दूसरे खातों में राशि का भुगतान किया, किसी ने मोबाइल का रिचार्ज कराया तो किसी अपने बच्चे के खाते में नकद राशि भेजी। इस तरह से बीसी सखी के द्वारा ऑन द स्पॉट बैंकिंग की सुविधा मिलने से सभी ने प्रसन्नता व्यक्त की। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर के द्वारा भी 5 हजार रूपए की राशि बीसी सखी के माध्यम से निकालकर उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने सभी शासकीय कार्यों से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी एवं ग्रामीणों, आमजनता से अपील की है कि वे अधिक से अधिक बैंक सखी के माध्यम से दी जाने वाली बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाएं।
जिपं सीईओ ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के माध्यम से बीसी सखी एवं पे-प्वांइट के माध्यम से स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं जनपद पंचायत के गांव-गांव में बैंकिंग की सुविधाएं मुहैया करा रही है। यह बैंकिंग की सुविधा महात्मा गांधी नरेगा की मजदूरी भुगतान, समाज कल्याण विभाग की पेंशन योजनाओं से लेकर गैस पर मिलने वाली सब्सिडी, जनधन खाता, टीवी रिचार्ज से लेकर मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल का भुगतान एवं अन्य सुविधाएं बैंक सखी के माध्यम से दी जा रही है। इसी कड़ी में गुरूवार को विकासखण्ड अकलतरा की बीसी सखी के द्वारा जिला पंचायत में लेपटाप के माध्यम से अधिकारी, कर्मचारियों को बैंकिंग की सुविधा का लाभ दिया गया।
सवा करोड़ से ऊपर कर चुकी ट्रांजेक्शन
बीसी सखी श्रीमती पंकजनी ढीमर ने बताया कि गुरूवार को जिला पंचायत सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर के द्वारा 5 हजार रूपए की राशि निकाली गई। उन्हांेंने इस दौरान किए जा रहे कार्य की सराहना भी की। इसके अलावा समाज कल्याण विभाग उपसंचालक टीपी भावे के द्वारा 10 हजार रूपए की राशि अपने बच्चे के खाते में ट्रांसफर की गई। सुश्री अनिता धिरहे ने 500 रूपए की राशि निकाली। इस तरह से जिला पंचायत के अन्य अधिकारी, कर्मचारियों ने भी बीसी सखी के माध्यम से बैंकिंग की सुविधा का लाभ लिया।
उन्होंने बताया कि मार्च 2020 से वे बीसी सखी का कार्य कर रही है। लॉकडाउन के दौरान भी ग्रामीणों के घर पहुंचकर बैंकिंग की सेवाएं उपलब्ध कराई। विकासखण्ड अकलतरा के ग्राम पंचायत खटोला, परसाहीबाना, चंगोरी, धनपुर, अमलीपाली, पढ़रिया आदि गांवों में बैंकिंग की सुविधा मुहैया कराने का काम कर रही है। विगत एक साल में 1 करोड़ 35 लाख रूपए का मनी ट्रांसफर, निकासी एवं जमा किया गया है।