जांजगीर-चाम्पा. हसौद क्षेत्र के कई गांवों में हाथी और उसके बच्चे ने नुकसान पहुंचाया था. इस मामले में ग्रामीणों ने यह कहकर नुकसान का मुआवजा लेने से इंकार कर दिया है कि उनके गांव में भगवान गणेश दर्शन देने आए थे, इसलिए वे मुआवजा नहीं लेंगे. ग्रामीणों ने इसके लिए बाकायदा वन विभाग को लिखित में जानकारी दी है. साथ ही, वन विभाग को मादा हाथी के गांवों में विचरण के वक्त तत्परता के लिए धन्यवाद दिया है.
डीएफओ प्रेमलता यादव का कहना है कि हाथी के हुए नुकसान का मुआवजा नहीं लेने की सूचना ग्रामीणों ने दी है.
दरअसल, 26 फरवरी को हसौद क्षेत्र के मरघट्टी, मिरौनी और देवगांव क्षेत्र में हाथी और उसके बच्चे ने विचरण किया था. इस दौरान गांवों में फसल समेत अन्य नुकसान हुआ था.
इस बीच ग्रामीणों ने यह कहकर मुआवजा लेने से इनकार कर दिया है कि उनके गांव में भगवान गणेश दर्शन देने के लिए आए थे, इसलिए वे मुआवजा नहीं लेंगे. ग्रामीणों ने मुआवजा नहीं लेने की लिखित में सूचना वन विभाग को दी है.