शिक्षक निकला बाइक चोर गिरोह का सरगना, बाइक चोर से गाड़ियां खरीद मिनटों में कर देता था पार्ट-पार्ट अलग, दर्जनों गाड़ियों की चोरी मामले में पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, शिक्षक गैराज खोलकर गाड़ियों को खपाने का करता था धंधा, 5 गिरफ्तार

बिलासपुर. जिले का एक शिक्षक बाइक चोर गिरोह का सरगना निकला. लगातार चोरी हो रहे बाइक व स्कूटी की तफ्तीश करते हुए पुलिस टीम जब गुनाहगारों तक पहुंची, तो वो भी दंग रह गई. बाइक चोरी से लेकर उसे खपाने और ठिकाने लगाने तक का एक ऐसा चेन गिरोह ने तैयार कर रखा था कि चोरी के बाद कुछ घंटों में ही या तो बाइक बेच दी जाती थी या फिर काटकर पुर्जा-पुर्जा में बिखर जाती थी। हैरानी की बात ये थी कि इस पूरे रैकेट का सरगना एक शिक्षक था। रमेश ध्रुव नाम का शिक्षक माध्यमिक शाला कोटा में पदस्थ है।
दरअसल, बिलासपुर के कई मॉल और शॉपिंग सेंटर के बाहर से लगातार बाइक चोरी होने की सूचना पुलिस को मिल रही थी। बढ़ रही चोरी की इस वारदात के बाद एसपी दीपक झा के निर्देश पर ASP उमेश कश्यप व सीएसपी मंजूलता ने पुलिस टीम को मामले की जांच में लगाया। टीम ने जांच शुरू की तो उसी दौरान ओंकार रात्रे नाम के बाइक मैकनिक के बारे में जानकारी मिली। पुलिस टीम ने जब गैरेज में छापा मारा तो वहां से कई बाइक-स्कूटी के अलावे उसके पार्ट्स भी मिले। पुलिस ने ओंकार को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू तो उसने राजेंद्र साहू के बारे में जानकारी दी। ओंकार ने बताया कि राजेंद्र साहू उसे चोरी की बाइक-स्कूटी लाकर देता है, जिसका पार्टस खोलकर वो बेच दिया करता है।
पुलिस टीम जब राजेंद्र साहू को पकड़ा तो उसने बताया कि उसने बाइक को खोलने के लिए मास्टर चाबी बना ऱखी थी, जिसकी मदद से वो मॉल व शापिंग कांप्लेक्स के बाहर पार्क की गयी बाइक को चुरा लिया करता था। उसने बताया कि वो बृहस्पति बाजार व कंपनी गार्डन के पास तथा मेग्नेटो माल के बाहर कई बाइक-स्कूटी चोरी कर चुका है। वो चोरी की गयी बाइक-स्कूटी को ओंकार और रघुनंदन यादव को दिया करता था। वहीं कुछ गाड़ियां उसने प्रमोद लोधी को भी बेचा था।
शिक्षक निकला चोर गिरोह का सरगना
मैकेनिक के नाम पर चोरी की गाड़ियों को खपाने वाला रघुनंदन ध्रुव पेशे से एक शिक्षक है। रघुनंदन ध्रुव बिलासपुर के कोटा में माध्यमिक स्कूल में शिक्षक है। शिक्षक के साथ-साथ उसका एक गैरेज भी है। गैरेज में कुछ लोग उसने रखे हैं, जो चोरी कर लाये स्कूटी को मिनटों में ही खोलकर पार्ट-पार्ट अलग कर दिया करते थे। शिक्षक के तौर पर वो पदस्थ जरूर था, लेकिन हकीकत में उसका मूल काम चोरी की गाड़ियों को खपाने का ही था। पुलिस ने इस मामले में ओकांर रात्रे, राजेन्द्र साहू, रघुनंदन ध्रुव, फारूख, प्रमोद लोधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ धारा 41(1-4),  / 379, 411, 34 भादवि एवं थाना सिविल लाईन के 5 अन्य मामले धारा-379, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया है।



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