टेस्ट क्रिकेट का अपना अलग ही मजा है। इस खेल के सबसे पुराने फॉर्मेट को बनाए रखने के लिए क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी ने भी कई कदम उठाए हैं। इस समय डे नाइट टेस्ट मैचों का आयोजन भी हो रहा है ताकि दर्शकों की रुचि रेड बॉल क्रिकेट में बनी रहे।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज से ठीक 73 साल पहले यानी 1948 में एक टेस्ट मैच खेला गया था, जिसमें आखिरी गेंद पर रिजल्ट निकला था। इस टेस्ट को आप टी20 और वनडे से भी जोड़ सकते हैं, क्योंकि लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट का रोमांच इस टेस्ट मैच में देखा गया था।
पहली पारी में मेहमान इंग्लिश टीम को 92 रन की लीड मिली। उधर अपने घर में खेल रही साउथ अफ्रीकी टीम दूसरी पारी में भी बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर सकी उसकी पूरी टीम 219 रन पर ढेर हो गई।
अब इंग्लैंड के सामने 128 रन का टारगेट था। टारगेट कोई बड़ा तो नहीं था लेकिन इसे हासिल करने में इंग्लैंड के पसीने छूट गए। एक समय इंग्लैंड की टीम 116 रन पर 8 विकेट गंवा चुकी थी। यहां से इंग्लैंड को जीत क लिए अब 12 रन की दरकार थी जबकि एलेक बेडसर और क्लिफ ग्लैडविन क्रीज पर थे।
उस समय एक ओवर 8 बॉल का होता था। अब आखिरी ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 8 रन की दरकार थी जबकि उसके दो विकेट शेष थे। दक्षिण अफ्रीका की ओर से लिंडसे टकेट गेंदबाजी के लिए आए। आखिरी ओवर की छठी गेंद पर बेडसर ने सिंगल चुराकर स्कोर लेवल कर दिया।
सातवीं गेंद पर ग्लैडविन ने शॉट खेलने के भरसक प्रयास किए लेकिन गेंद उनके बल्ले पर नहीं आई। अब आखिरी गेंद पर इंग्लैंड को जीत के लिए एक रन की दरकार थी। टकेट की आखिरी गेंद पर ग्लैडविन ने पूरे जोर से बल्ला घुमाया लेकिन गेंद उनकी जांघ पर जा लगी। बावजूद इसके ग्लैडविन ने आव देखा ना ताव और रन के लिए दौड़ पड़े। जब तक मेजबान फील्डर गेंद को उठाते तब तक एक रन पूरा हो चुका था। इस तरह इंग्लैंड ने इस रोमांचक टेस्ट को 2 विकेट से अपने नाम कर लिया।