भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी को छोड़ दें तो बाकी सभी पारियों में टीम इंडिया के बल्लेबाज फेल रहे। यही कारण रहा का कि पहले टेस्ट में टीम इंडिया जीत दर्ज करने में कामयाब रही।
सेंचुरियन टेस्ट में केएल राहुल ने शतक जड़ा था और जीत की नींव रखी थी। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन कर जीत दिलाई थी। ऐसा आखिरी के दो टेस्ट मैचों में नहीं हो पाया। दक्षिण अफ्रीका के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में कुछ खास बल्लेबाजी नहीं की और बड़ा लक्ष्य नहीं दे पाए।
भारतीय ओपनर्स ने जीत की नींव रखी
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के 2021-2023 साइकिल में भारतीय टीम ने अब तक तीन सीरीज खेली हैं। इन तीनों सीरीज में ओपनर्स ने ही टीम इंडिया की जीत की नींव रखी। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका तीनों के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कोई ओपनर ही भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज रहा है। इन तीनों सीरीज में श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत की एक-एक पारी को छोड़ दें तो भारतीय मध्यक्रम फेल रहा है।
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाए
इंग्लैंड के खिलाफ पिछले साल अगस्त-सितंबर में खेली गई टेस्ट सीरीज में भारत की ओर से रोहित शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने चार मैचों में 52.57 की औसत से 368 रन बनाए थे। इसमें दो अर्धशतक और एक शतक शामिल है। ओपनर केएल राहुल इसके बाद दूसरे नंबर पर थे। उन्होंने चार टेस्ट में 39.38 की औसत से 315 रन बनाए थे।
ओवरऑल ये दोनों इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर थे। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने चार टेस्ट में 94 की औसत से 564 रन बनाए थे और वह लिस्ट में टॉप पर थे। भारत इस सीरीज में फिलहाल 2-1 से आगे है।
इस सीरीज का पांचवां टेस्ट तब कोरोना की वजह से स्थगित कर दिया गया था, जो इस साल जुलाई में बर्मिंघम में खेला जाएगा। मध्यक्रम के बल्लेबाजों में चेतेश्वर पुजारा ने 4 टेस्ट में 227 रन, विराट कोहली ने 218 रन, ऋषभ पंत ने 146 रन और अजिंक्य रहाणे ने 109 रन बनाए थे।
मयंक अग्रवाल का बल्ला न्यूजीलैंड के खिलाफ चला
वहीं, इसके बाद भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी। यह सीरीज भारतीय टीम ने 1-0 से जीती थी। ओपनर मयंक अग्रवाल दोनों टीमों को मिलाकर इस सीरीज के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
उन्होंने दो मैचों में 60.50 की औसत से 242 रन बनाए। इसमें एक अर्धशतक और एक शतक शामिल है। श्रेयस अय्यर दो मैचों में 202 रन के साथ दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में ही शतक जड़ा था।
मध्यक्रम के बल्लेबाजों में चेतेश्वर पुजारा ने दो टेस्ट में 95 रन और ऋद्धिमान साहा ने 102 रन बनाए। इसके अलावा विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे एक-एक टेस्ट खेल पाए थे। कोहली के नाम 36 रन और रहाणे ने 39 रन बनाए।
केएल राहुल ने दक्षिण अफ्रीका में अच्छी बल्लेबाजी की
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज की बात करें तो ओपनर केएल राहुल टीम इंडिया के लिए टॉप स्कोरर रहे। उन्होंने तीन मैचों में 37.67 की औसत से 226 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा ऋषभ पंत ने एक शतक की बदौलत तीन टेस्ट में 37.20 की औसत से 186 रन बनाए। ओवरऑल इस सीरीज के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज कीगन पीटरसन रहे।
उन्होंने तीन मैचों में 46 की औसत से 276 रन बनाए। वहीं, डीन एल्गर ने 47 की औसत से 235 रन बनाए। तीसरे नंबर पर राहुल रहे। भारतीय मध्यक्रम की बात करें तो पंत के अलावा रहाणे ने तीन मैचों में 136 रन, पुजारा ने 124 रन और कोहली 2 मैचों में 161 रन बना सके। कोहली चोट की वजह से दूसरा टेस्ट नहीं खेले थे। मध्यक्रम के बल्लेबाजों के फेल रहने की वजह से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में टीम सिर्फ एक बार 300 से ज्यादा रन बना सकी।