अरुणा ईरानी (Aruna Irani) और कुकू कोहली (Kuku Kohli) की शादी साल 1990 में हुई थी। उस वक्त अरुणा ईरानी (Aruna Irani) 40 साल की थीं। शूटिंग के दौरान सेट पर दोनों के खूब झगड़े हुआ करते थे लेकिन आखिर में दोनों को मोहब्बत हो गई और फिर शादी कर ली। शादी के 32 साल बाद अब अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में एक ऐसे राज से पर्दाफाश किया है जिसके बारे में शायद ही अभी तक किसी को अंदाजा भी था।
अरुणा को शूटिंग के दौरान हुआ था कुकू से प्यार
अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने अपने पति कुकू कोहली (Kuku Kohli) के बारे में बात करते हुए हुए TOI के एक इंटरव्यू में बताया, ‘हम एक फिल्म की शूटिंग के दौरान मिले थे और साथ में काम किया था। उस फिल्म के दौरान वो तब तक बाकी के एक्टर्स को इंतजार करवाता था जब तक कि धर्मेंद्र (Dharmendra) जी शूटिंग के लिए सेट पर नहीं आ जाते थे। मुझे बहुत-बहुत गुस्सा आ जाता था क्योंकि मैं एक दूसरी फिल्म पर भी उसी वक्त काम कर रही थी।’
अरुणा ईरानी बोलीं- पता नहीं कैसे लफड़ा हो गया
अरुणा ईरानी ने कहा कि इस तरह उन दोनों का रिश्ता एक लव-हेट रिलेशनशिप के तौर पर शुरू हुआ था। अरुणा ईरानी ने बताया कि वह बहुत ज्यादा नाराज हो जाती थीं जिसके बाद कुकू कोहली उन्हें मनाने के लिए आया करते थे। मजाक करते हुए अरुणा ईरानी ने कहा, ‘उस चक्कर में कैसे लफड़ा हो गया समझ में नहीं आया।’ अरुणा ईरानी ने कहा कि वह उनके बारे में बात करना पसंद नहीं करती हैं क्योंकि शायद उनकी पहली पत्नी को अच्छा नहीं लगेगा।
कुकू कोहली ने नहीं बताई थी शादीशुदा होने की बात
अरुणा ईरानी ने कुकू कोहली के बारे में बात करते हुए बताया, ‘जब हम मिले तो उसने मुझे ये भी नहीं बताया कि वो शादीशुदा है और इसीलिए मैं उसके साथ प्यार में पड़ गई। इसीलिए हमारे रिश्ते के बारे में बात करना ठीक नहीं लगता है क्योंकि वह पहले से ही शादीशुदा था, उसकी पत्नी और एक बेटी थी। अब मैं इस बारे में बात कर रही हूं क्योंकि उसकी पत्नी कुछ महीने पहले गुजर गई हैं।’
अरुणा ईरानी ने कहा- शुक्र है मेरी कोई संतान नहीं
अरुणा ने कुकू के बारे में बात करते हुए एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे कुकू कोहली ने अरुणा से शादी करने के बावजूद अपनी पहली पत्नी को तलाक न देकर उसके साथ सुकून से रहने की बात कही थी। उसने यह भी फैसला किया कि उसका कोई बच्चा नहीं होगा। अरुणा ने कहा, ‘आज जब मैं अपने भतीजे-भतीजियों को देखती हूं, तो मुझे खुशी होती है कि मेरी कोई संतान नहीं है। अगर कोई मेहमान घर पर आता और मेरा बच्चा उन्हें नमस्ते नहीं करता या चुपचाप सोफा पर लेटता रहता, जैसा कि आज के बच्चे करते हैं, तो मुझे इससे बहुत दुख होता। क्योंकि आजकल के बच्चों का रवैया ‘So What?’ टाइप है। खैर, ईश्वर महान हैं।’