जांजगीर चाम्पा. बिर्रा क्षेत्र के सिलादेही गांव में राजस्व दस्तावेजों में जीवित महिला को मृत घोषित कर मुआवजा हड़पने का मामला सामने आया है. साजिश की शिकार वृद्ध महिला ने अपने जीवित होने का प्रमाण देने खुद एसपी कार्यालय पहुंची और जालसाजों पर कार्यवाही करने की मांग की. इस मामले उसे जांच और न्याय का भरोसा पुलिस अधीक्षक ने दिया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, बिर्रा थाना क्षेत्र के सिलादेही गांव की 72 वर्षीय खीखबाई साहू ने जांजगीर पहुंचकर एसपी कार्यालय पहुॅचकर ज्ञापन सौंपा है .ज्ञापन में खीखबाई ने बताया है कि उसके नाम पर सिलादेही में नं. 30 में ख.नं. 168/3, 254/3, 569/1 रकबा क्रमशः 0.081 हे, 0.243 हे, 0.150 हे भूमि स्थित है. वह अपने पिता की इकलाती संतान है, जिसकी वजह से मायके की अकेली वारिस है. उसके पिता उदेराम की जमीन मोजर वेयर पावर प्लांट के लिये अधिग्रहित की गई है, जिसका मुआवजा 06 जुलाई 2011 को 11 लाख 81 हजार 744 रूपये स्वीकृत हुआ था.
शासकीय दस्तावेजों में कूटरचना कर गांव के हुसराम यादव, दौलतराम यादव, गंगाराम द्वारा तत्कालीन पटवारी रेशमलाल चंद्रा, भूतपूर्व सरपंच रामखिलावन तिवारी, होरीलाल कलार एवं जनपद सदस्य घनश्याम पटेल, कोटवार आगरदास ने मिलीभगत कर वर्ष 2015-16 में नामांतरण क्रमांक 21 आदेश दिनांक 21.04.2016 को मृत होने का आदेश कराकर अपना नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज कराकर एसडीएम कार्यालय चांपा से मुआवजा राशि को दिनांक 04.05.2016 को प्राप्त कर हड़प लिया गया है. उसने बताया है कि गांव के लोगों के माध्यम से लगभग साल भर पहले जब उसे मुआवजा वितरण की जानकारी मिली, तब से वह भूअर्जन शाखा और अन्य विभागों के चक्कर काट रही है, मगर उसे न्याय नहीं मिला है, जिसके बाद वह अब पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपने साथ हुई जालसाजी की जानकारी देने आई है और कार्रवाई की मांग की है.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने वृद्ध पीड़ित महिला खीखबाई को पूरे प्रकरण के जांच और न्याय का भरोसा दिलाया है और मीडिया से बात करते एडिशनल एसपी अनिल सोनी ने कहा कि जांच के बाद आगे की कारर्वाई की जाएगी.