नयी दिल्ली. भारत की विश्व चैंपियन टीम का हिस्सा रहे तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने बुधवार को घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया जिससे उनके उतार-चढ़ाव भरे करियर का अंत हुआ। श्रीसंत ने भारत की ओर से 27 टेस्ट, 53 एकदिवसीय और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय में क्रमश: 87, 75 और सात विकेट चटकाए।
दाएं हाथ का यह 39 वर्षीय तेज गेंदबाज पिछले महीने मेघालय के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले में केरल की ओर से खेलता दिखा था। अपनी टीम की पारी और 166 रन की जीत के दौरान श्रीसंत ने दो विकेट चटकाए थे।
कई ट्वीट करके संन्यास की घोषणा करते हुए श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए अपने 25 साल के करियर का अंत करने का फैसला किया है।
केरल में जन्में इस तेज गेंदबाज ने लिखा, ‘‘अपने परिवार, टीम के साथियों और भारत के लोगों और खेल को प्यार करने वाले सभी का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात रही। काफी दुख लेकिन बिना किसी मलाल के मैं कहा रहा हूं कि मैं भारतीय घरेलू क्रिकेट (प्रथम श्रेणी और सभी प्रारूप) से संन्यास ले रहा हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए मैंने अपना प्रथम श्रेणी करियर खत्म करने का फैसला किया है। यह मेरा अकेले का फैसला है और हालांकि मुझे पता है कि इससे मुझे खुशी नहीं मिलेगी लेकिन जीवन में इस समय यह सही और सम्मानित फैसला है। मैंने प्रत्येक लम्हे का लुत्फ उठाया।’’श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में 25 अक्टूबर 2006 में एकदिवसीय मुकाबले के साथ अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाले श्रीसंत महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में 2007 में पहला टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।