मां का दिल हमेशा अपने बच्चों के लिए धड़कता है। मुंबई में जब एक परिवार में 56 साल के बेटे पर स्वास्थ्य संकट आया तो 81 वर्षीय मां ने अपनी किडनी देकर लाड़ले की जान बचाने में देर नहीं की। नवी मुंबई के अपोलो अस्पतालों के डॉक्टरों का दावा है कि 81 वर्ष की उम्र में किडनी दान का यह देश का पहला मामला है।
दरअसल 56 साल के राजेन शशिकांत शाह को 2020 में अचानक किडनी की तकलीफ हुई। इसके बाद उन्हें सप्ताह में चार बार डायलेसिस कराने पड़ रहे थे। इससे निजात पाने के लिए डॉक्टरों ने हाल ही में उन्हें किडनी प्रत्यारोपण की सलाह दी। फिर परिजनों ने राजेन शाह के लिए किडनी डोनर की तलाश शुरू की, लेकिन उनकी बुजुर्ग मां कला शशिकांत शाह ने अपने बेटे के लिए किडनी देने को तैयार हो गईं। उनकी इस पहल पर डॉक्टर भी भौंचक रह गए।
कला शाह की उम्र ज्यादा होने को लेकर डॉक्टरों को कुछ संदेह हुआ, लेकिन उनके कुछ टेस्ट किए गए, इसमें उनकी किडनी उपयुक्त पाई गईं। इसके बाद डॉक्टर भी इसके लिए तैयार हो गए। आखिरकार मां की किडनी बेटे के शरीर में सफलापूर्वक प्रत्यारोपित कर दी गई।
2020 से करा रहे थे डायलेसिस
राजेन शाह टाइप टू डायबिटीज व हाइपरटेंशन के भी मरीज हैं, इसलिए किडनी की गंभीर बीमारी होने के बाद उन्हें सप्ताह में चार दिन डायलेसिस कराना पड़ती थी। वह और उनका परिवार मुंबई के घाटकोपर इलाके में रहता है। राजेन शाह आईटी पेशेवर हैं। 2021 में किडनी प्रत्यारोपण के बाद से बुजुर्ग मां व बेटे राजेन स्वस्थ हैं। राजेन शाह को किडनी देने के लिए उनकी पत्नी भी तैयार हो गई थीं, लेकिन उन्हें हायपरटेंशन रोग होने से डॉक्टरों ने इनकार कर दिया।
81 की उम्र में इसलिए पाई गईं फिट
इस मौके पर कला शाह ने अपने सेहतमंद होने का राज भी बताया। उनका कहना है कि वह सुबह जल्दी उठती हैं और सही समय पर उपयुक्त आहार ग्रहण करती हैं। हमेशा सक्रिय रहती हैं। घर में पूरी तरह सकारात्मक माहौल है, इसलिए टेंशन का सवाल ही नहीं। इसलिए इतनी उम्र में भी पूरी तरह फिट हूं।
अपोलो अस्पताल के डॉ अमोल पाटिल ने बताया कि इससे पहले दिल्ली में 80 साल के व्यक्ति ने किडनी दी थी। इस मामले में किडनी डोनर की उम्र 81 साल है। इस तरह कला शाह सबसे बुजुर्ग व जीवित किडनी दाता हैं।