रायपुर. विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद से एक सवाल भाजपा प्रदेश इकाई में उठाता रहा है। क्या अब परिवर्तन होगा और अब प्रदेश में बीजेपी का चेहरा कौन होगा? अब जबकि बीजेपी 2023 में सत्ता वापसी के लिए कमर कस चुकी है। इस सवाल पर प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी कह चुकी हैं कि चेहरा होंगे मोदी और पार्टी चिन्ह कमल।
जबकि प्रदेश के शीर्ष नेताओं में से एक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल कह रहे हैं कि मैं भी एक चेहरा हूं। जबकि पूर्व सीएम की कह चुके हैं मैं भी एक चेहरा हूं। कांग्रेस इस पर चुटकी ले रही है और इसे भाजपा के भीतर गुटबाजी और आपसी होड़ से जोड़कर देख रही है। बड़ा सवाल ये कि भाजपा नेताओं के खुलकर अपनी दावेदारी पेश करने से पार्टी को क्या समझा जाए?
भाजपा में कई दावेदार
सात बार के विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने फिर बेबाकी से कहा है कि छत्तीसगढ़ बीजेपी में सीएम पद के कई चेहरे हैं, जिसमें उनका भी चेहरा शामिल है। बृजमोहन अग्रवाल का बयान ऐसे वक्त में आया है जब प्रदेश प्रभारी बार-बार मोदी और कमल के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी कह चुके हैं कि बीजेपी के पास बहुत से चेहरे हैं, उसमें एक चेहरा मेरा भी है।
परिवर्तन के मूड में केंद्रीय नेतृत्व
इसी बीच अटकलें लगाई जा रही है कि केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ में परिवर्तन के मूड में है। अगर ऐसा है तो हाईकमान का फैसला किसके हक में जाएगा ये बड़ा सवाल है।