लंदन । ब्रिटेन वेतन और नौकरी की सुरक्षा को लेकर कर्मचारी संगठनों और रेल कंपनियों के बीच आखिरी पलों की बातचीत भी नाकाम रहने से कई दशकों की सबसे बड़ी रेल हड़ताल का सामना करने जा रहा है। इस हफ्ते मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को तीन दिनों के लिए रेलवे से जुड़े करीब 40,000 सफाईकर्मी, सिग्नल, रखरखाव कर्मचारी और स्टेशन कर्मचारी काम से अलग रहेंगे।
इस हड़ताल से देश भर में अधिकांश रेल नेटवर्क बंद होने की उम्मीद है। इसके साथ ही लंदन की अंडरग्राउंड मेट्रो सेवाएं भी मंगलवार को इसकी चपेट में आ सकती हैं।
रेल, समुद्री और परिवहन कर्मचारी संघ ने रेल कंपनियों की तरफ से दिए गए नए प्रस्ताव को भी ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए कहा कि इस सप्ताह निर्धारित हड़ताल की कार्रवाई आगे बढ़ेगी।
कर्मचारी संघ के महासचिव मिक लिंच ने कहा कि रेल कंपनियों ने मुद्रास्फीति की प्रासंगिक दरों से बहुत कम वेतन वृद्धि का प्रस्ताव रखा था। इसके अलावा पिछले कुछ वर्षों से रेल कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी पर रोक भी लगाई हुई थी।
ब्रिटेन इस समय पिछले कई दशकों की सबसे ज्यादा महंगाई का सामना कर रहा है। ऐसी स्थिति में ब्रिटिश रेल कर्मचारियों ने वेतन में समुचित वृद्धि न होने पर आगे भी हड़ताल की चेतावनी दी हुई है। इस बीच रेल कंपनियों ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अगुआई वाली सरकार से इस मामले में दखल देने की गुहार लगाई है।
लेकिन जॉनसन के प्रवक्ता मैक्स ब्लेन ने कहा कि सरकार के लिए इसमें शामिल होना ‘मददगार’ नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘आखिरी मिनट में खुद को इस मामले में शामिल करना एक व्याकुलता होगी।’