भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने शुक्रवार (17 जून) को राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को जमकर धोया। 37 वर्षीय इस खिलाड़ी ने अपने 16 साल के अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर में पहला अर्धशतक लगाया। कार्तिक ने 27 गेंद पर 55 रनों की पारी खेली। इस दौरान नौ चौके और दो छक्के लगाए। कार्तिक का स्ट्राइक रेट 203.70 रहा।
कार्तिक के अर्धशतक की मदद से टीम इंडिया ने 20 ओवर में सात विकेट पर 169 रन बनाए। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने 31 गेंद पर 46 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और तीन छक्के लगाए। हार्दिक का स्ट्राइक रेट 148.39 का रहा। दोनों खिलाड़ियों ने पांचवें विकेट के लिए 33 गेंद पर 65 रन की साझेदारी की।
पहला रिकॉर्ड:
कार्तिक ने अर्धशतक लगाकर महेंद्र सिंह धोनी के एक रिकॉर्ड को तोड़ दिया। टी20 में अर्धशतकीय पारी खेलने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। धोनी ने 36 साल की उम्र में अर्धशतक लगाया था।
दूसरा रिकॉर्ड:
कार्तिक भारत के लिए छठे नंबर बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने धोनी का रिकॉर्ड तोड़ा। धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के ही खिलाफ 2018 में छठे नंबर पर खेलते हुए 28 गेंद पर 52 रन बनाए थे। तब उन्होंने छह चौके और तीन छक्के लगाए थे।
2006 में कार्तिक ने किया डेब्यू
कार्तिक ने अपना पहला टी20 मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में एक दिसंबर 2006 को खेला था। क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में वह भारत का भी पहला मैच था। उस मुकाबले में कार्तिक ने नाबाद 31 रन बनाए थे।
अफ्रीकी टीम के खिलाफ अर्धशतक से पहले उनका उच्चतम स्कोर 48 रन था। कार्तिक ने 2017 में किंग्स्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 48 रन की पारी खेली थी। सात बार 30 से ज्यादा रन बनाने के बाद कार्तिक अर्धशतक लगाने में सफल रहे।
आरसीबी के लिए आईपीएल में इस साल बने थे स्टार
कार्तिक को आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से सीजन में 330 रन बनाने के कारण टीम इंडिया में जगह मिली। आईपीएल में उन्होंने कई मैचों को फिनिश किया था। उनका स्ट्राइक रेट 183.33 का रहा। कार्तिक ने अर्धशतक लगाने के बाद मैच में ब्रेक के दौरान ब्रॉडकास्टर से कहा, ”हमारा आखिरी 10 ओवरों के लिए यही प्लान था। हम आखिरी सात ओवरों में 80 से 85 रन बनाने के बारे में सोच रहे थे।
मैं सोच रहा था कि यह कैसे करूंगा। आपको कुछ ओवरों में रिस्क लेने होते हैं और मौकों का फायदा उठाना पड़ता