मां के कोख से जन्म लेने के बाद हर व्यक्ति दुनिया देखना चाहता है। लेकिन अगर आंखो की रोशनी चली जाए तो दुनिया बेरंंग सी लगने लगती है । भगवान ऐसा किसी के भी साथ न करे।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बतलाने वाले है, जहां हर जिव पैदा होने के बाद अपनी ऑखों की रोशनी खो देता है।
जी हां, यह सुनकर आपको अटपटा जरुर लगा होगा। लेकिन यह एक सत्य घटना है। चलिए आगे, हम आपको उस जगह के बारे में बतलाते है।
उस गांव का नाम है “टिल्टेपैक “blind village Tiltepak” जो मैक्सिको के प्रशांत महासागर क्षेत्र में आता है। जानकारी के अनुसार इस गांव में करीब 60 झोपडियां है, जहां 300 के करीब रैड इंडियन रहते है।
लेकिन इस गांव की अजीब बात यह है कि, यहां सभी अंधे है। यहां मनुष्य के अलावा पालतु जानवर भी अपनी आंखों की रोशनी खो चुके है।
बताया जाता है कि इस गांव में पैदा होने वाला जीव जन्म से ही अंधा नही होते है, पैदा होने के समय उनकी आंखो में रोशनी होती है। लेकिन जैसे-जैसे समय बितता जाता है,वैसे- वैसे उनकी आंखों की रोशनी चली जाती है, और वे अंधे हो जाते है।
ये है अंधेपन की वजह
मीडिया रिपोर्ट की माने तो, इस गांव में जेपोटेक जनजाति के लोग रहते है। यहां लोगों के अंधे होने के कारण दिन और रात से खास फर्क नही पड़ता है। यहां लोगों के घरों में बिजली और खिड़कीयां नही होती है। यहां के लोगों को चिड़ियों की आवाज से सुबह और शाम होने का पता चलता है। सुबह जब चिड़ियों की आवाज शुरू होती है तो लोग काम पर निकल जाते हैं। शाम को जब पक्षियों की आवाजें आना बंद हो जाती हैं तो लोग अपनी झोपड़ियों की ओर चले जाते हैं।
आपको बता दे कि, यहां रहने वाले लोग अपने अंधेपन की वजह एक पेड़ को मानते हैं। वहां के लोगों का मानना है कि, लावजुएला नामक एक शापित पेड़ (Mysterious Tree) को देखने के बाद यहां इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक, सभी अंधे हो जाते हैं। तो वहीं एक्सपर्ट्स का कहना ये है कि गांव में एक बहुत ही जहरीली मक्खी बड़ी तादात में पाई जाती है। जिसके काटने की वजह से वहां के लोग अंधेपन का शिकार हो रहे हैं।