जांजगीर-चाम्पा. गोठान में गोबर खरीदी बिक्री का शासन को गलत जानकारी भेजने वाले बलौदा ब्लॉक के कमरीद पंचायत के सचिव के विरुद्ध जांच करने पहुंची टीम को घण्टों इंतजार करना पड़ा. सचिव के गोठान आने के बाद रात नौ बजे तक जांच चली.
उल्लेखनीय है कि सप्ताह भर पहले बलौदा जनपद के सीईओ के निर्देश पर कमरीद गोठान में गोबर खरीदी बिक्री की शासन को गलत जानकारी भेजने वाले सचिव बैशाखू नेताम के विरुद्ध जाँच टीम भेजी गई थी. जाँच टीम की आने की बाकायदा सूचना दिए जाने के बाद भी सचिव मौके पर नदारद थे. जाँच टीम को सचिव का घंटो इंतजार करना पड़ा. सचिव के आने के बाद गौठान में जैविक खाद बनाने वाली महिला स्व सहायता समूह के पदाधिकारी, गौठान प्रबंधन समिति, स्थानीय जनप्रतिनिधि और सेवा सहकारी मर्यादित समिति कमरीद के प्रबंधक तथा आपरेटर के मौजूदगी में जाँच अधिकारियो ने मामले की कड़ाई से जाँच की.
जाँच अधिकारी डीएस राठौर ने बताया कि कमरीद गौठान के सचिव ने जितनी गोबर खरीदी नहीं हुई. उससे अधिक वर्मीकम्पोस्ट की जानकारी शासन को भेजी है. डेढ़ सौ बोरी वर्मीकम्पोस्ट की जगह पंद्रह सौ बोरी वर्मीकम्पोस्ट शासन को गलत जानकारी भेजने की गलती सचिव ने कबूल की. जाँच के बाद जाँच प्रतिवेदन उच्च अधिकारी को प्रस्तुत किया जायेगा.
अब देखना यह होगा कि शासन को गलत जानकारी भेजने तथा राज्य सरकार के महत्वपूर्ण गौठान योजना को हल्के में लेने वाले सचिव बैशाखू नेताम के विरुद्ध किस तरह की कार्यवाही होती है, यह तो समय ही बताएगा. जाँच टीम में क़ृषि विभाग के ब्लॉक के वरिष्ठ क़ृषि अधिकारी डी एस राठौर, ग्रामीण क़ृषि विकास विस्तार अधिकारी रात्रे और मनरेगा के तकनीकी सहायक केशव निरजक प्रमुख रूप से शामिल थे.