PM Kisan की 12वीं किस्त से पहले सरकार ने दी यह बड़ी राहत. आप भी जानिए…

PM Kisan News: पीएम किसान (PM Kisan) की 12वीं किस्त इस महीने कभी भी आ सकती है। ई-केवाईसी (e-KYC) और गांव-गांव हो रहे सत्यापन की वजह से देर हो रही है। ऐसा लगता है कि इस बार सरकार ने पूरा मन बना लिया है कि जिनकी ई-केवाईसी पूरी नहीं हुई है, उन्हें 12वीं या अगस्त-नवंबर की किस्त नहीं मिलेगी। पीएम किसान पोर्टल पर पहले ई-केवाईसी की लास्ट डेट 31 अगस्त 2022 थी। अब यह डेट की बाध्यता खत्म हो गई है। पोर्टल के जरिए अब कहा जा रहा है, ” eKYC पीएम किसान के रजिस्टर्ड लोगों के लिए अनिवार्य है। ओटीपी बेस्ड eKYC पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध है या आप अपने नजदीकी CSC सेंटर से Biometric आधारित eKYC करने के लिए संपर्क करें।”



इसे भी पढ़े -  Chandrapur News : किरारी गांव में विधानसभा स्तरीय 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान' कार्यक्रम आयोजित, स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, जिला संयोजक सहित अन्य भाजपा नेता रहे मौजूद

 

 

 

तो अगर आप अभी तक ई-केवाईसी पूरी नहीं किए हैं तो अभी फोन उठाइए और अपने आप कर लीजिए। यह बेहद आसान है..

सबसे पहले क्रोम या किसी भी वेब ब्राउजर में पीएम किसान पोर्टल पर जाएं।

इसके बाद स्क्रॉल करते हुए नीचे आएं। यहां फार्मर कार्नर पर सबसे सबसे पहले e-KYC दिखेगा। इस पर टैप करें।

अब एक नया बॉक्स खुलेगा। इसमें आप अपना आधार नंबर डालें। अगर आपने e-KYC करा ली है तो एक मैसेज आएगा। अगर नहीं हुई है तो आगे जैसा कहत है वैसे करते जाएं।

 

 

 

पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसान परिवारों के लिए है। परिवार का आशय पति-पत्नी और दो नाबालिग बच्चे। स्कीम के नियमों के मुताबिक पीएम किसान का पैसा किसान परिवार को मिलता है यानी परिवार के किसी एक सदस्य के खाते में 6000 रुपये सालाना 2000-2000 की तीन किस्तों में डायरेक्ट बैंक खाते में आते हैं।

इसे भी पढ़े -  Sakti News : मिरौनी गांव में जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित, सांसद कमलेश जांगड़े, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा और उपाध्यक्ष रितेश साहू रहे मौजूद, उत्कृष्ट पशुओं के पशु पालकों को किया गया सम्मानित

 

 

 

तो कब आएगी 12वीं किस्त

अगस्त-नवंबर की 2000 रुपये के आने का टाइम वैसे तो 1 अगस्त से 30 नवंबर के बीच है, लेकिन इस बार बाढ़ और सूखे से जूझ रहे किसानों के लिए यह इंतजार का भारी पड़ रहा है। दरअसल योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार ने ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। आवेदनकर्ताओं और लाभार्थियों के डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन का काम बहुत तेजी से हो रहा है। ऐसे में यह किस्त जारी होने में देर हो रही है।

इसे भी पढ़े -  Sakti News : मिरौनी गांव में जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित, सांसद कमलेश जांगड़े, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा और उपाध्यक्ष रितेश साहू रहे मौजूद, उत्कृष्ट पशुओं के पशु पालकों को किया गया सम्मानित

error: Content is protected !!