मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास रायपुर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ का वर्चुअल शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री एवं छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा देश और मानव समाज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री का सदैव ऋणी रहेगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना को छत्तीसगढ़ के ग्रामीण स्वावलंबन के लिए ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी योजना बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे गांव में रोजगार और उद्यम को बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनेंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 10 गौठानों में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के निर्माण कार्य का वर्चुअल शिलान्यास भी किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बलौदाबाजार विकासखंड के अंतर्गत ग्राम लटुवा के गौठान में बारदाना एवं मिट्टी के बर्तन बनानें वाली महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया एवं उनके कार्याे की प्रशंसा की।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, कृषक कल्याण परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, विद्याभूषण शुक्ला, जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर जनपद पंचायत अध्यक्ष सुमन योगेश वर्मा, जिला पंचायत सदस्य रमेश धृतलहरे, जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ हरिशंकर चौहान, सरपंच महेश्वरी दीपक साहू अन्य जनप्रतिनिधिगण व सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में रीपा योजना के अंतर्गत पहले चरण में सभी पॉचों विकासखण्डों के 02-02 गौठान में 02-02 करोड़ रूपए की लागत से जिले में कुल 10 ग्रामीण औद्योगिक पार्क का निर्माण किया जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि भारत की आत्मा गॉव में बसती है। ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ के माध्यम से गॉव को आत्मनिर्भर बनाने की परिकल्पना साकार होने जा रही है। देवांगन ने ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ को राज्य शासन की अत्यंत महत्वाकंाक्षी योजना बताते हुए इसके उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य बहुत ही दूरगामी एवं व्यापक है। देवांगन ने सभी जनप्रतिनिधियों को इस योजना को धरातल पर सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की।
कृषक कल्याण परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने जैविक खेती के बढ़ते प्रभाव के फायदे एवं स्वरोजगार के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा ग्रामीणों को रोजगार दिलाकर हमारे गॉव को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने का अभिनव कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ के महत्व एवं उद्देश्य के संबंध में जानकारी देते हुए इसके सफल क्रियान्वयन हेतु व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी रीपा योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु अपना बहुमूल्य सुझाव दिए।
उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए अतिरिक्त आय का साधन बनाना है। प्रथम चरण में विकासखण्ड बलौदाबाजार के गौठान ग्राम लटुवा, पनगांव, भाटापारा में गुडेलिया, कडार सिमगा में रोहरा, केसली, कसडोल में देवरीकला, मटिया, पलारी में हरिनभट्टा एवं गिर्रा के गौठान में ग्रामीण औद्योगिक पार्क का निर्माण किया जाएगा, जहां पर चयनित आयमूलक गतिविधियों को वृहद पैमाने पर शुरू किया जाएगा।