जांजगीर-चाम्पा. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्यवन एवं विधिक साक्षरता हेतु जांजगीर के जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर के न्याय सदन में एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया.
इस दौरान जांजगीर न्यायालय के न्यायाधीशों और न्याय क्षेत्र से जुड़े अफसरों के साथ ही महिला व बाल विकास विभाग, बाल संरक्षण अधिकारी, सीएमएचओ, सखी सेंटर, अग्रणी बैंक समेत अन्य विभागों के अफसरों ने भी जानकारी दी.
प्रशिक्षण कार्यक्रम में किशोर न्याय बोर्ड, घरेलू हिंसा, अपराध एवं प्रक्रिया, श्रम विधियां, पारिवारिक विधियां, वाहन दुर्घटना और मुआवजा, पॉक्सो अधिनियम, केंद्र और राज्य सरकार की चिकित्सीय सुविधाएं, बैंक की वित्तीय सुविधा एवं सतर्कता, सखी वन स्टॉप सेंटर, अभिरक्षाधीन व्यक्तियों के अधिकार, साइबर क्राइम, महिलाओं के लिए योजनाएं, बाल संरक्ष्ण की योजना, संवैधानिक अधिकार की जानकारी दी गई.
इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेश कुमार सोनी, विशेष न्यायाधीश खिलावन राम रिगरी, प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश सुरेश जून, परिवार न्यायालय के न्यायाधीश विवेक कुमार तिवारी, द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमती पल्लवी तिवारी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जितेंद्र कुमार ठाकुर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव गीतेश कुमार कौशिक, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शिव प्रकाश त्रिपाठी, प्रशिक्षु व्यवहार न्यायाधीश विकास खांडे, अमन तिग्गा, सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह, जिला पंचायत के सलाहकार अम्बरीष श्रीवास, डीएसपी सविता दास, लीगल एंड डिफेंस कौंसिल सिस्टम के चीफ सन्तोष कुमार गुप्ता, महिला व बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती ऋचा तिवारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेंद्र जायसवाल, अग्रणी बैंक की मैनेजर पवित्रा देहरी और सखी वन स्टॉप सेंटर की निशा खान मौजूद थीं.