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Kisaan School : वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल की पहचान हिंदुस्तान के बाद अब दुनिया में बनने लगी, नवाचार देखने सात समुंदर पार अमेरिका से पहुंचे किसान, कृषि संगोष्ठी में SP ने कहा… कार्यक्रम में और क्या आकर्षण के केंद्र रहे… पढ़िए पूरी खबर…

जांजगीर-चाम्पा. बहेराडीह गांव स्थित वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल की पहचान हिंदुस्तान के बाद अब दुनिया में बनने लगी है. किसानों के द्वारा स्थापित देश के पहले किसान स्कूल में सात समुंदर पार अमेरिका से 2 किसान पहुंचे और किसानों के अभिनव प्रयोग का जायजा लिया. यहां विदेशी मेहमानों ने किसान स्कूल के कार्यों की सराहना की.अमेरिका से मिस्टर स्कॉट क्लिप्टन्स और मिस्टर टीम लेंस ने बहेराडीह गांव के किसान स्कूल में ‘खेती में महिलाओं की भागीदारी’ विषय पर आयोजित कृषि संगोष्ठी में शिरकत की. इस दौरान जिले के एसपी विजय अग्रवाल भी मौजूद थे. एसपी विजय अग्रवाल ने भी किसान स्कूल में किसानों के हित में किए जा रहे कार्यों की सराहना की. इस अवसर पर पुलिस विभाग के द्वारा किसानों को कानून की जानकारी भी दी गई.नवाचार में परिचय का मोहताज नहीं है बहेराडीह गांव : विजय अग्रवाल, कृषक संगोष्ठी में शामिल हुए अमेरिका के दो किसान, वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल में हुआ आयोजन

क़ृषि में नवाचार के क्षेत्र में आज बहेराडीह गांव किसी परिचय का मोहताज नहीं है. जहां के युवा वर्ग के किसान छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों की संरक्षण और संवर्धन की दिशा में काम कर रहें है, वहीं यहाँ के किसानों ने राज्य के अन्य प्रगतिशील किसानों की मदद से किसानों के लिए किसान स्कूल खोल लिया है, जो हमारे देश का पहला किसान स्कूल है. इस समय यह वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के नाम से पहचाना जाता है, जिसे देखने आज अमेरिका से दो किसान आये हैं. यह हमारे जिले के लिए बहुत ही गौरव की बात है.उक्त बातें पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने ग्राम बहेराडीह में स्थित वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल परिसर में ‘खेती में महिलाओं की भागीदारी’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए ब्यक्त किया. कार्यक्रम को अमेरिका के कृषक मिस्टर स्कॉट क्लिप्टन्स ने भी इंग्लिश भाषा में सम्बोधित किया. उन्होंने मीडिया से बात करते कहा कि बहेराडीह गांव के किसान स्कूल के नवाचार को देखकर बहुत खुशी हुई. किसानों को आगे बढ़ाने किसान स्कूल के माध्यम से अच्छा काम किया जा रहा है. किसान स्कूल एक नई पहल है, जिसे किसानों ने की है, यह बड़ी बात है. बहेराडीह किसान स्कूल से जुड़े किसानों ने देश-दुनिया के अभिनव पहल की है.

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इस दौरान चाम्पा थाने की प्रधान आरक्षक श्यामा जायसवाल ने अभिब्यक्ति ऐप के बारे में महिलाओं समेत कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को जानकारी दी.मशरूम और मिलेट्स का केक काटकर किया संगोष्ठी का शुभारम्भ

एसबीआई आरसेटी कोरबा से मशरूम का प्रशिक्षण प्राप्त परमेश्वरी सिंह ने डायरेक्टर अरविन्द विश्वास और सुरंजना वैस्वाल के साथ मिलकर मशरूम और कोदो, कुटकी, रागी आदि से तैयार मिलेट्स दो अलग अलग केक को एसपी और विदेशी किसान ने काटकर शुभारम्भ किया. यहां केक का स्वाद सभी ने लिया तथा प्रशिक्षण लेने वाले अमलडीहा पंचायत के आश्रित ग्राम नवापारा की महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरण किया गया.

विदेशी मेहमानों का धान के झुमर से किया स्वागत
धान का कटोरा कहलाने वाले छत्तीसगढ़ के किसानों ने एसपी विजय अग्रवाल के नेतृत्व में विदेशी मेहमानों को धान के झुमर से स्वागत किया।इस मौके पर जिला भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ सुरेश कुमार देवांगन, क़ृषि स्थाई समिति के सभापति राजकुमार साहू, जे. बसवराज, बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव, जिला पंचायत सदस्य उमा राजेंद्र राठौर, चाम्पा क़ृषि उपज मंडी अध्यक्ष चुड़ामणि राठौर, दीनदयाल यादव,लव गौतम, पुष्पा यादव, रेवती यादव, ललिता यादव, साधना यादव, सुमित्रा यादव, हेमकुमारी यादव, बेदप्रकाश साहू, राजू साहू, श्रिया अग्रवाल, अभिषेक पाल विशेष रूप से मौजूद थे.

रामाधार देवांगन ने भेंट किया चरखा
सिवनी चापा के किसान रामाधार देवांगन ने एसपी विजय अग्रवाल के साथ मिलकर अमेरिकन मेहमानों को भारत के किसानों और जिला प्रशासन की ओर से चरखा भेंट किया. इस भेंट को देखकर विदेशी दोनों किसान ख़ुशी से गदगद हो गए.

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आकर्षण का केंद्र रही मधुमक्खी पालन इकाई
किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि किसान स्कूल में दो दिन से चल रहे मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण को देखकर विदेशी किसान और प्रशासनिक अधिकारी खूब प्रभावित हुए और कई जिलों से पहुंचे किसानों ने प्रशिक्षण का लाभ उठाया. मधुमक्खी पालन के मास्टर ट्रेनर कोरबा से एसएस ठाकुर का प्रशिक्षण आकर्षण का केंद्र रहा, वहीं सलिहाभाठा कोरबा एफपीओ द्वारा लगाई गई बम्बू क्राफ्ट स्टॉल पर लोगों की खासी भीड़ रही और बांस से निर्मित बेग, चूड़ी, कँगन, टोपी, पानी बॉटल व अन्य सामान की खूब खरीदी हुई.

अमेरिकन किसानों की एक झलक पाने उमड़ी भीड़
बहेराडीह किसान स्कूल में अमेरिकन किसानों की आने की सूचना पर क्षेत्र के किसानो की जबरदस्त भीड़ रही और एक झलक पाने तथा सेल्फी फोटो लेने के लिए लोगों काफ़ी उत्साहित नजर आये. उल्लेखनीय है कि बहेराडीह गांव में अमेरिका के अलावा कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी के लोग भी क़ृषि की नवीन तकनीक को देखने आ चुके हैं.

आपको बता दें, जैविक ग्राम बहेराडीह के नवाचार करने वाले प्रगतिशील किसान एवं कृषक मित्र दीनदयाल यादव ने ‘किसान स्कूल’ की संकल्पना की थी और अन्य किसानों के साथ मिलकर राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर 23 दिसम्बर 2021 को ‘किसान स्कूल’ की स्थापना की थी. फिर पिछले साल 23 दिसम्बर 2022 को किसान स्कूल का नामकरण ‘वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू’ के नाम पर किया गया था. दीनदयाल यादव की पहचान नवाचारी किसान के रूप में हैं और उन्होंने खेती के क्षेत्र में ऐसे-ऐसे अभिनव नवाचार किया, जिसके बाद बहेराडीह गांव की पहचान पूरे छत्तीसगढ़ में बन गई.

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दीनदयाल यादव ने अन्य किसानों के साथ मिलकर देश के पहले किसान स्कूल की स्थापना की, जिसके बाद बहेराडीह गांव के वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल की पहचान पूरे हिंदुस्तान में बन गई है. इस किसान स्कूल में 18 विषयों की जानकारी किसानों को निःशुल्क दी जाती है. किसान स्कूल में किसानों को जानकारी देने विशेषज्ञ किसानों की टीम है, जो किसानों की हर जिज्ञासा को शांत करते हैं. किसान स्कूल की यह भी खासियत है कि यहां ना तो उम्र की बाध्यता है और ना ही शिक्षा की, अंगूठाछाप भी किसान स्कूल से जानकारी ले सकते हैं. किसान स्कूल में अलग-अलग विषयों में किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है. किसान स्कूल के माध्यम से महिलाओं को भी खेती के क्षेत्र में आगे बढ़ाने एवं नवाचार की दिशा में आगे बढ़ाने लगातार प्रेरित किया जा रहा है.

अभी बहेराडीह में अमेरिका के किसान, नवाचार को जानने के लिए पहुंचे. इससे पहले भी कई देशों कनाडा, आस्ट्रेलिया, जर्मनी और अमेरिका के किसान बहेराडीह के खेती के नवाचार को देखने पहुंच चुके हैं. बहेराडीह गांव के वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल में छग की 36 भाजी का संग्रह विशेष आकर्षण का केंद्र है, वहीं घर की छत पर बागवानी, अक्षय चक्र कृषि मॉडल के तहत मंजिल दर मंजिल खेती के साथ ही आस्ट्रेलियन केंचुआ से जैविक खाद किसानों के द्वारा बनाई जा रही है. इसके अलावा, किसान स्कूल में बनाया गया ‘धरोहर’ भी लोगों को आकर्षित करता है, क्योंकि यहां खेती की उन पुरानी सामग्री का संग्रह किया गया है, जिसे नई पीढ़ी को पता नहीं है. किसान स्कूल का यह धरोहर स्थल, सेल्फी जोन बन गया है, जहां पहुंचकर लोग सेल्फी लेने के लिए उत्साहित हो जाते हैं.

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