कौन हैं सौरभ अग्रवाल जो संभालते हैं 14 लाख करोड़ की कंपनी, सैलरी इतनी कि चाहें तो हर महीने खरीदें मर्सिडीज और बंगला

नई दिल्‍ली. टाटा संस के सीएफओ यानी चीफ फाइनेंशियल अधिकारी सौरभ अग्रवाल (Tata sons CFO Saurabh Agrawal) दिग्गज इन्वेस्टमें बैंकर हैं. उन्होंने देश में कई बड़े विलय और डील को साकार कराया है. वोडाफोन और आइडिया जैसी बड़ी कंपनियों का मर्जर भी उन्हीं के कारण संभव हुआ है. कैपिटल मार्केट की उनकी अलहदा समझ के कारण ही कंपनियां उन्हें मुंह मांगी कीमत पर अपने साथ जोड़े रखना चाहती हैं. TCS ने भी सौरभ को मोटा पैकेज दिया है. वह चाहें तो अपनी हर महीने की सैलरी से एक नई मर्सिडीज गाड़ी और बंगला खरीद सकते हैं.



 

 

 

सौरभ अग्रवाल इनवेस्‍टमेंट बैंकिंग वेटरन हैं और उनके पास दो दशकों का अनुभव है. टाटा संस में आने से पहले वे आदित्‍य बिरला ग्रुप में हेड ऑफ कॉरपोरेट स्‍ट्रेटेजी थे. आदित्‍य बिरला नूवोको लिमिटेड और ग्रासिम लिमिटेड की रिस्‍ट्रक्‍चरिंग करने का श्रेय उन्‍हें ही जाता है. टाटा कंसल्‍टेंसी सर्विस का जब 2014 में आईपीओ आया था, तब अग्रवाल उसके एडवाइजर थे.

 

 

 

आईआईटी और आईआईएम में की पढ़ाई

सौरभ अग्रवाल ने आईआईटी रुड़की से कैमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली. इसके बाद प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कोलकाता से एमबीए की पढ़ाई की. सौरभ अग्रवाल को कैपिटल मार्केट की गहरी समझ है. उनकी इस योग्‍यता की तारीफ टाटा संस के चेयरमैन भी कर चुके हैं.

 

 

 

कराया देश का सबसे बड़ा विलय

सौरभ अग्रवाल देश का सबसे बड़ा विलय सौदा करा चुके हैं. आदित्य बिरला ग्रुप में रहते हुए उन्होंने आइडिया और वोडाफोन के बीच मर्जर कराया. यह मर्जर 28 बिलियन डॉलर का था. इसके अलावा जेपी सीमेंट का अल्ट्राटेक द्वारा अधिग्रहण करने में भी उन्‍होंने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई. देश के सबसे सफल निवेश बैंकरों में से एक हैं. वे स्टैंडर्ड चार्टड बैंक की भारत और दक्षिण एशिया इकाई के कॉरपोरेट वित्त प्रमुख रह चुके हैं. इसके अलावा वह डीएसपी मेरिल लिंच के निवेश बैंकिंग खंड के प्रमुख भी रह चुके हैं.

 

 

 

 

सालाना वेतन 26 करोड़

सौरभ अग्रवाल को टाटा संस के सीएफओ के रूप में भारी-भरकम वेतन मिलता है. टाटा संस ने साल 2022 में अग्रवाल को सालाना कॉम्‍पेनसेशन के रूप में 26 करोड़ रुपये दिए थे. इस तरह उन्‍हें हर महीने सवा दो करोड़ रुपये मिलते हैं. इसका मतलब कि वो चाहें तो हर महीने एक मर्सिडीज कार और बंगला ले सकते हैं. साल 2021 में उन्‍हें 21.45 करोड़ रुपये मिले थे. इस तरह उन्‍हें 21 फीसदी वेतन 2022 में 2021 के मुकाबले ज्‍यादा मिला था.

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