जांजगीर-चाम्पा. जिले में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आगे बढाने के लिए शुरू हुआ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान कार्यक्रम आज वरदान साबित हो रहा है.
उक्त बातें ग्राम सिवनी चांपा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित दो दिवसीय डिटर्जेन्ट पावडर, साबुन, फिनाइल और अगरबत्ती निर्माण प्रशिक्षण का शुभारम्भ करते हुए बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव ने कहीं। उन्होंने बिहान से जुड़ी महिलाओं को बताया कि पिछले तीन साल पहले कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर यहाँ पर ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर द्वारा दस दिवसीय अचार, पापड़ व मसाला पावडर निर्माण प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव और अगरबत्ती निर्माण का प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर एसएस ठाकुर के द्वारा दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर सिवनी समेत बालपुर और कोसमंदा की महिलाओ को प्रशिक्षण दिया गया था।
इस प्रशिक्षण के बाद भी काफ़ी महिलाएं प्रशिक्षण से वंचित रह गईं थीं. इसे देखते हुए एनआरएलएम जिला पंचायत के डीएमएम उपेंद्र कुमार दुबे से मुलाक़ात कर एसबीआई आरसेटी जांजगीर से प्रोजेक्ट उन्नति के तहत सब्जी खेती व नर्सरी प्रबंधन और कोसा रेशम का प्रशिक्षण आयोजित कराने की मांग किया जायेगा।
प्रशिक्षण सत्र उद्घाटन अवसर पर गाँव के कृषक मित्र रामाधार देवांगन, सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार यादव, बैंक मित्र सुनीता दुबे, सक्रिय महिला प्रियंका धीवर, रुखमणि पाण्डेय, लता देवांगन, रश्मि बरेठ, रजनी बरेठ, योगेश्वरी साहू, शर्मिला गोस्वामी, सविता गोस्वामी, कविता बरेठ, केशरी देवांगन, सुनीता देवांगन, पार्वती राठौर, रामकुवर बरेठ, हरबाई, दुर्गा पटेल, दुखनी बाई, उर्मिला देवांगन, विशाखा राजपूत, फिरतीन बाई दरस बाई केवट, फेकनबाई बरेठ, रजिता बरेठ, पितरबाई केवट, रवि कुमारी उरांव, सरला खैरवार, शिवकुमारी, काजल, रजनी बरेठ, सोमारीन बाई, और छठबाई बरेठ आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
साबुन, फिनाइल और अगरबत्ती का प्रशिक्षण 17 अप्रेल को
सिवनी चांपा में बिहान समूहों द्वारा आयोजित दो दिवसीय ग्रामीण उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम के तहत डिटर्जेन्ट पावडर का प्रशिक्षण दे रही चांपा निवासी गायत्री परिवार की स्वालम्बन कार्यकर्त्ता मोहनलाल साहू ने बताया कि 17 अप्रेल को भी गलिसरीन साबुन, फिनाइल और अगरबत्ती का निःशुल्क प्रशिक्षण महिलाओ को दिया जायेगा। आज प्रशिक्षण के पहले दिवस डिटर्जेन्ट पावडर निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया।