नई दिल्ली. अगर आप रेल यात्रा नहीं कर रहे हैं लेकिन परिजनों या दोस्तों को लेने या विदा करने के लिए रेलवे स्टेशन पर जाते हैं तो आपको प्लेटफॉर्म टिकट लेना होता है. रेलवे के अनुसार, यह अनिवार्य है और बिना प्लेटफॉर्म टिकट पाए जाने पर आपको जुर्माना देना पड़ता है. लेकिन अगर कोई यात्री ट्रेन से सफर करके रात्रि में स्टेशन पर उतरता है और सुबह तक वहीं रहता है तो क्या उसे भी प्लेटफॉर्म टिकट लेने की जरूरत पड़ेगी?
दरअसल, हर दिन लाखों यात्री देर रात सफर पूरा करके अपने स्टेशन पर उतरते हैं. ऐसे में कई बार पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी या सुरक्षा कारणों से स्टेशन पर रात बीताकर सुबह घर की ओर निकलना पसंद करते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यात्रियों को इसके लिए प्लेटफॉर्म टिकट लेने की जरूरत पड़ती है. आइये जानते हैं इस अहम सवाल का जवाब.
सफर पूरा होने के बाद स्टेशन पर रुकना सही या गलत?भारतीय रेलवे से रोजाना करोड़ों लोग सफर करते हैं. इस दौरान कई यात्री सीधे अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं तो कुछ यात्रियों को टुकड़ों में सफर पूरा करना पड़ता है. इसमें एक स्टेशन पर उतरकर वहां से दूसरे शहर के लिए ट्रेन पकड़नी होती है. इस दौरान उन्हें स्टेशन पर रूककर अपनी ट्रेन का इंतजार करना होता है.
इसके लिए रेलवे ने वेटिंग रूम भी बनाए हैं, जहां यात्रियों के बैठने की उचित व्यवस्था रहती है. आप वहां मौजूद रेलवे कर्मी से इस बारे में संपर्क कर सकते हैं. वहीं, कुछ यात्री ट्रेन के जरिए देर रात अपने शहर तो पहुंच जाते हैं लेकिन स्टेशन पर रुककर सुबह घर के लिए रवाना होते हैं. चूंकि, रात में स्टेशन पर रुकना सुरक्षा के लिहाज से यात्रियों का एक सही निर्णय होता है.
रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई यात्री किसी रेल से स्टेशन पर रात के 2-3 बजे उतरता है और सुबह होने तक वहीं ठहरता तो क्या उसे प्लेटफार्म टिकट लेना होगा? इसका जवाब है नहीं. ऐसी स्थिति में आपको प्लेटफॉर्म टिकट लेने की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि, आपके पास अपनी पिछली यात्रा का टिकट जरूर होना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर टीसी को उसे दिखा सकें.बता दें कि प्लेटफार्म टिकट जारी होने के समय से 2 घंटे तक के लिए वैध हैं. प्लेटफॉर्म टिकट का शुल्क अलग-अलग स्टेशन या जंक्शन के लिए भिन्न-भिन्न हो सकता है.