जांजगीर-चाम्पा. चांपा से लगे बहेराडीह गांव में राखड़ की उपयोगिता को लेकर विगत पांच साल से प्रयोग कर रहे नवाचारी युवा कृषक दीनदयाल यादव के काम को देखने अटल बिहारी विद्युत ताप परियोजना मड़वा-तेंदूभाठा के कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा, वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह पहुंचे, जहां वे राखड़ और जैविक खाद के उपयोग करके पांच फीट ऊचाई की धनिया, साढ़े नौ किलो वजन की कद्दू, केला, पपीता और विभिन्न प्रकार की भाजियों की फ़सल को देखकर खूब प्रभावित हुए.
इसके साथ ही फ़सल अवशेष केला, भिंडी, अमारी भाजी, चेचभाजी के रेशे से रंग-बिरंगी राखिया, कपड़ा, मशरूम, अचार, पापड़, बायोगैस सयंत्र, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, घर की छत पर बागवानी, डेयरी, वर्मी कम्पोस्टिंग, सब्जी नर्सरी, वर्मीवाश, एंजोला इकाई का अवलोकन किया. साथ ही, बहेराडीह के मॉडल गौठान में बिहान की गंगे मईय्या स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा पंचायत के सहयोग से विकसित पोषण वाटिका और गौठान कार्यालय का अवलोकन किया.
इस मौके पर अटल बिहारी वाजपेयी विद्युत ताप परियोजना मड़वा तेंदुभाठा के अधीक्षण अभियंता तरुण नेताम, सहायक प्रबंधक, पर्यावरण संजय झा, किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव, बिहान नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन की सचिव पुष्पा यादव, उर्मिला यादव, राजाराम यादव, विकास साहू आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे. साथ ही, छत्तीसगढ़ के किसानों के द्वारा बनाए गए धरोहर सेल्फी जोन में अटल बिहारी वाजपेयी विद्युत ताप परियोजना के कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा और उनकी टीम ने खुमरी पहनकर फोटो लिया.
इस मौके पर किसान स्कूल परिसर में स्थित अक्षय चक्र क़ृषि मॉडल की भांति प्लांट परिसर में विकसित करने हेतू प्रबंधन ने किसान स्कूल के संचालक से आग्रह किया है.