सक्ती. मालखरौदा ब्लॉक के पिहरीद गांव के ‘राहुल रेस्क्यू ऑपरेशन’ को आज एक साल हो गया है. देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू आपरेशन 105 घण्टे तक चला था. एक साल पहले यह घटना पूरे 5 दिन सुर्खियों में थी. आज राहुल साहू स्वस्थ है और राज्य सरकार के द्वारा उसकी मानसिक स्थिति का इलाज कराई जा रही है. राहुल का पिछले 10 महीने से इलाज जारी है, जिसके बाद राहुल को स्वास्थ्य संबंधी लाभ हुआ है. राहुल साहू के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए छ्ग सरकार काम कर रही है, जिसके बाद राहुल के परिजन ने सरकार के प्रयास की सराहना की है और सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया है.
दरअसल, 10 जून 2022 को दोपहर में पिहरीद गांव का राहुल साहू, अपने घर के पीछे के बोर में गिर गया था. इस दौरान 105 घण्टे की रेस्क्यू के बाद राहुल साहू को बचाया गया. राहुल साहू के सकुशल वापसी की सभी ने कामना की थी और इस पूरे रेस्क्यू में मुख्यमंत्री की पूरी नजर थी. 14 जून को राहुल के सकुशल बाहर आने के बाद करीब 10 दिन तक बिलासपुर के अस्पताल में उसका इलाज चला. इसके बाद, रायपुर में सीएम ने राहुल साहू के सम्पूर्ण इलाज की घोषणा की, जिसके बाद राहुल साहू की मानसिक स्थिति को बेहतर करने इलाज शुरू किया गया है. इलाज से 10 महीनों में राहुल साहू को लाभ हुआ है.
परिवार के लोग पहले भी मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते नहीं थकते थे. आज भी राहुल साहू के लिए और परिवार के लिए सीएम के द्वारा किए गए सरकार के सहयोग को लेकर राहुल के परिजन खुशी जताते हैं.
राहुल साहू के बोर गिरने के बाद पूरे देश में बड़ी हलचल मची थी और सभी लोगों की निगाहें रेस्क्यू पर टिकी रही. देश भी अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन 105 घण्टे तक चला. 14 जून की रात 12 बजे के बाद जब राहुल को बोर से निकाला गया और राहुल साहू के सुरक्षित होने की खबर आई, उसके बाद लोग खुशी से झूम उठे थे. राहुल को बिलासपुर तक पहुंचाने ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया था.
राहुल साहू की मानसिक स्थिति कमजोर होने की बात सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने उसके इलाज की घोषणा की थी, तब से राहुल साहू का इलाज जारी है.
सरकार ने जिस तरह एक गरीब परिवार के बेटे के इलाज कराने का बीड़ा उठाया, उसके बाद सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता की सभी ने तारीफ की थी.
राहुल साहू के परिवार का कहना है कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह राहुल का ख्याल रखा और अफसरों को उसके बेहतर इलाज कराने के लिए निर्देशित किया, उसे वे कभी भुला नहीं सकते. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने आगे बढ़कर राहुल साहू के बेहतर इलाज के लिए कार्य किया है.