भारत के दोस्‍त को निगल गया टाइटैनिक, पाकिस्‍तानी अरबपति के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, रो पड़ी दुनिया

लंदन. दुनिया के सबसे बड़े जहाज हादसे टाइटैनिक को अपनी आंखों से देखने की तमन्‍ना लेकर समुद्र में 4 किमी नीचे तक जाने वाले 5 लोगों की मौत हो गई है। इन लोगों को लेकर गई पनडुब्‍बी टाइटन विस्‍फोट का शिकार हो गई। अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक जहाज के मलबे के आसपास कई दिन तक चले बचाव अभियान के बाद अमेरिकी कोस्‍ट गार्ड ने खुलासा किया है कि उन्‍हें टाइटन पनडुब्‍बी का मलबा मिल गया है। इस हादसे में पाकिस्‍तानी मूल के ब्रिटिश अरबपति शहजादा दाऊद, उनके बेटे सुलेमान दाऊद, भारत के ‘दोस्‍त’ ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, सबमरीन को बनाने वाली ओसेनगेट कंपनी के बॉस स्‍टॉकटोन रश और फ्रांसीसी नौसेना के अधिकारी रह चुके पॉल हेनरी की मौत हो गई। इन सभी 5 लोगों की मौत से दुनिया सदमे में है।



भारत, पाकिस्‍तान समेत दुनियाभर से बड़ी संख्‍या में लोगों ने इस खौफनाक हादसे पर दुख जताया है। इन लोगों के परिवार वाले और मित्र उन्‍हें श्रद्धाजंलि दे रहे हैं। पाकिस्‍तान की सरकार ने भी सुलेमान परिवार के हादसे में मारे जाने पर दुख जताया है। दाऊद परिवार ने एक बयान जारी करके कहा कि पूरा परिवार उन्‍हें मिले प्‍यार और मदद से अभ‍िभूत है। हम सभी के ऋणी रहेंगे।’ वहीं भारत के दोस्‍त अरबपति हामिश हार्डिंग के परिवार ने एक बयान जारी करके कहा कि वह एक प्रतिबद्ध पिता थे। हमें इस हादसे से बस एक बात की दिलासा मिलती है कि हमनें उन्‍हें वह करते हुए खोया है जिसे वह पसंद करते थे।’

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हार्डिंग की मदद से नामीब‍िया से भारत तक पहुंचे चीते

अरबपति हार्डिंग ने नामीब‍िया से भारत तक चीता भेजने में मदद की थी। वह यूएई से बोइंग 747 विमान से नामीबिया पहुंचे थे। इस विमान पर भारत भेजे जाने वाले चीतों को रखा जाना था। भारत में 75 साल बाद पहली बार चीते फिर से आए थे। उस दौरान इन चीतों को अफ्रीका से भारत तक सुरक्षित लाने के लिए तैयारी की जा रही थी। वह एक वीडियो में कहते हैं, ‘हम अभी विंडहोक नामीबिया में हैं। हम बोइंग 747 विमान से पहुंचे हैं। हम सभी चीतों को 48 घंटे में लोड किए जाने को लेकर बहुत उत्‍साहित हैं। हम अभी इस बात की प्रैक्टिस कर रहे हैं कि किस तरह से चीता से भरे हुए बॉक्‍स को दरवाजों के जरिए जहाज पर रखा जाए।’

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हार्डिंग पेशे से एक पायलट भी थे। उन्‍होंने बताया था कि हमारी योजना केबिन के अंदर चीतों को सुरक्षित तरीके से रखने की थी। हार्डिंग ने कहा कि हम सभी 75 साल बाद एक बार फिर से भारत में चीता लाने को लेकर बहुत उत्‍साहित हैं। पिछले साल सितंबर महीने में पीएम मोदी के जन्‍मदिन पर इन 8 चीतों को मध्‍य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। एक मादा चीता ने 4 बच्‍चों को जन्‍म दिया था जिसमें से 3 की गर्मी और भीषण गर्मी से मौत हो गई है।

टाइटैनिक नहीं देखना चाहता था सुलेमान, सता रहा था डर

वहीं सुलेमान दाऊद की आंटी अजमेश दाऊद ने खुलासा किया है कि 19 साल के यूनिवर्सिटी स्‍टूडेंट सुलेमान का टाइटैनिक देखने जाने का मन नहीं था लेकिन पिता की इच्‍छा पर उन्‍हें खुश करने के लिए जाना पड़ा। उन्‍होंने बताया कि सुलेमान इस यात्रा को लेकर डरा हुआ था। उन्‍होंने कहा क‍ि मेरे भाई शहजादा दाऊद टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने के लिए बहुत ही ज्‍यादा उत्‍साहित थे जो साल 1912 में डूब गया था। विशेषज्ञों के मुताबिक पानी के दबाव में पनडुब्‍बी में विस्‍फोट हो गया जिसमें सभी 5 लोग मारे गए। अब उनकी लाश को निकाल पाना भी बचावकर्मियों के लिए संभव नहीं है।

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