जांजगीर-चाम्पा. देश का पहला किसान स्कूल बहेराडीह, जहां किसानों का मुख्य तिहार हरेली में क़ृषि औजारों की विधि विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की गई और किसान स्कूल परिसर में आम पौधे का रोपण किया गया. इस मौके पर समाजसेवी डॉ. सुरेश कुमार देवांगन ने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में हरेली तिहार का विशेष महत्व है, वहीं गेड़ी छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की एक विशिष्ट पहचान भी है, जो बच्चों को बहुत ही लोकप्रिय है.बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव ने अपने गोद ग्राम बहेराडीह में हरेली तिहार के मौके पर कहा कि आजकल सूचना संचार के माध्यमो से गेड़ी, भौरा, पिट्ठूल, रस्साकसी जैसी खेल बच्चों, किशोरों, और बालिकाओं में भी लोकप्रिय हों रही है, वहीं लोक खेलों में इसे शामिल करने से महिलाएं भी बड़ी संख्या में इन खेलों के प्रति आकर्षित हो रही हैं.
कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने कहा कि हरेली तिहार किसानों का पहला तिहार है. इस तिहार में किसान खेती किसानी के काम में उपयोग में लाने वाले सभी औजारो की पूजा करने का विधान है. कृषक संगवारी रामाधार देवांगन ने विधि विधानपूर्वक पूजा-अर्चना संपन्न कराया और पूजा में महिलाएं भी हरे रंग की साड़ी पहनकर शामिल हुई.
इस मौके पर राघवेंद्र नामदेव, राजाराम यादव, सुमित्रा यादव, सकून यादव, ललिता यादव, पुष्पा यादव, उर्मिला यादव, साधना यादव, पिंटू कश्यप, कंचन कश्यप, विकास साहू, रामबाई यादव प्रमुख रूप से उपस्थित थे.