दुनिया ने देखी चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग, पड़ोसी देश चीन से आई ये टिप्पणी. पढ़िए..

Chandrayaan-3: भारत ने चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। इस सफल लॉन्चिंग पूरी दुनिया ने देखा। इसे लेकर देश में तो खुशी की लहर है, दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियों से इसरो को बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं। ब्रिटेन, जापान की अंतरिक्ष एजेंसियों ने भी भारत को सफल लॉन्चिंग के लिए बधाई दी है। वहीं चीन से भी भारत के चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग को लेकर टिप्पणी आई है। चीन के सरकारी मीडिया ने भी चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग पर अपने लेख में बधाई दी है।



 

 

 

 

जापान और ब्रिटेन ने ट्विटर पर लिखा बधाई संदेश
देश के तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ के सफल लॉन्च पर चारों तरफ खुशी की लहर है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने LVM3-M4 रॉकेट के जरिए अपने तीसरे मून मिशन-‘चंद्रयान-3’ को सफलतापूर्वक लॉन्‍च किया। इस सफलता पर जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अपने ट्वीट में लिखा कि ‘भारत को चंद्रयान की सफल्तापूर्वक लॉन्चिंगे पर बधाई। ब्रिटेन की अंतरिक्ष एजेंसी ने यूके स्पेस ने भारत को बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा ‘मंजिल, चांद…चंद्रयान की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के लिए इसरो को बधाई।’

इसे भी पढ़े -  Malkharouda News : सद्भावना भवन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका व बाल दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह आयोजित, जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा, उपाध्यक्ष रितेश साहू सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद

 

 

 

चीनी अखबार  ने इस तरह दी बधाई
चीन के सरकारी अखबार  ने भी भारत की चंद्रयान 3 की सफल्तापूर्वक लॉन्चिंग पर बधाई दी। भारत की सफलताओं पर तंज कसने वाले इस अखबार ने अपने ट्वीट में लिखा ‘बधाई हो, भारत ने शुक्रवार को अपने चंद्र मिशन चंद्रयान 3 को कक्षा में सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। उम्मीद है कि अंतरिक्ष यान अगस्त में चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर लेगा। यदि भारत इस कोशिश में सफल रहा तो चंद्रमा पर कंट्रोल्ड लैंडिंग करने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा।’
2008 में लॉन्च किया था पहला चंद्र मिशन
इसरो ने अपने चंद्र मिशन के लिए पहला चंद्रयान-1 साल 2008 में लॉन्च किया था जिसमें सिर्फ एक ऑर्बिटर था। इसरो ने साल 2019 में चंद्रयान-2 लॉन्च किया जिसमें ऑर्बिटर के साथ-साथ लैंडर और रोवर भी थे। वहीं, चंद्रयान-3 में सिर्फ लैंडर और रोवर है, ऑर्बिटर नहीं। इसरो ने लैंडर को ‘विक्रम’ और रोवर को ‘प्रज्ञान’ नाम दिया है। रोवर छह पहियों का एक रोबोट है जो लैंडिंग के बाद बाहर आता है।

इसे भी पढ़े -  Jaijaipur News : हसौद के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में सरस्वती योजना के तहत बालिकाओं को दी गई सायकिल, मुख्य अतिथि के रूप जिला पंचायत सदस्य सुशीला सिन्हा हुई शामिल, छात्र-छात्राओं के द्वारा विभिन्न व्यंजनों का लगाया गया स्टॉल

error: Content is protected !!