घर में अगर बच्चे हों तो हर किसी को बेहद सावधान रहने की जरूरत है. थोड़ी सी भी लापरवाही बच्चे के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. जैसा 5 महीने की इस मासूम के साथ हुआ. खेल-खेल में बच्ची ने कढ़ाई वाली सुई निगल ली.
इसके बाद पेट में भयानक दर्द शुरू हुआ. मम्मी-पापा को लगा कि किसी वजह से दर्द हो रहा होगा. दर्द की दवा दे दी. लेकिन बच्ची बेहोश हो गई, तब लेकर अस्पताल भागे. डॉक्टरों ने तुरंत कई जांच की. एक्सरे में डॉक्टर देखकर दंग रह गए कि बच्ची ने 4 सेंटीमीटर लंबी कढ़ाई वाली सुई निगल ली थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, मामला चीन के शानक्सी प्रांत का है. यहां के चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में यह बच्ची बेहोश अवस्था में लाई गई थी. डॉक्टर के मुताबिक, सुई बच्ची के पेट की दीवार में घुस गई थी और उसके हार्ट के बाएं वेंट्रिकल में छेद कर दिया था. डॉक्टरों को जैसे ही यह पता चला कि तुरंत ऑपरेशन थिएटर ले गए. लंबे ऑपरेशन के बाद सुई केा सफलतापूर्वक निकाल लिया गया. इसके बार 4 दिनों तक बच्ची को आईसीयू में रखा गया क्योंकि उसकी उम्र काफी कम थी और सुई जाकर दिल में चुभ गई थी. डॉक्टरों को डर था कि कहीं सुई की वजह से दिल में ज्यादा चोट न पहुंची हो.
गनीमत रही कि दिल के दोनों ओर नहीं गई
बच्ची के माता-पिता ने कहा, हमें पता ही नहीं चला कि सुई बेटी के शरीर में कैसे पहुंची. हो सकता है कि खेल-खेल में उसने सुई को निगल लिया हो. अभी भी बच्ची अस्पताल में है और यह तय नहीं है कि कितने दिन और उसे अस्पताल में रहना होगा. डॉक्टरों ने कहा कि गनीमत थी कि सुई दिल के दोनों ओर नहीं हुई थी. वरना दोनों ओर छेद हो जाता, जिसे भरने के लिए काफी मशक्कत करनी होती. इतनी कम उम्र में बच्ची के साथ यह प्रयोग ठीक नहीं होता.
जब 11 साल के बच्चे में फंस गई सुई
पिछले साल सितंबर में एक और अजीबोगरी मामला सामने आया था. तब डॉक्टर 11 साल के एक बच्चे के लिंग की एक्सरे रिपोर्ट देखकर चौंक गए थे. बच्चे को पेशाब नहीं आ रहा था। जब जांच हुई तो पता चला कि एक एक्यूपंक्चर सुई उसके मूत्राशय की नली में जाकर फंसी हुई है. पहले तो वे लड़के के दर्द को समझाने में असमर्थ रहे और उसे मध्य चीन के जियांग्शी प्रांत के चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में एक्स-रे के लिए भेजा गया. लेकिन वे यह जानकर हैरान रह गए कि लड़के के लिंग में 8 सेमी की सुई थी. डॉक्टरों ने लड़के से पूछताछ तो उसने स्वीकार किया कि उसने खुद ही मूत्रमार्ग में सुई डाली थी क्योंकि उसे पेशाब नहीं हो रहा था, जिससे परेशान हो गया था. उसे लगा कि सुई से छेद कर देंगे तो शायद पेशाब बाहर आ जाए. लेकिन जब दर्द होने लगा तो उसने परिवार को यह बात बताई. बाद में सर्जरी कर सुई निकाला गया.