रायपुर . शनि देव के प्रकोप से हर कोई डरता है। शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए उनके शक्तिशाली मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए। जानते हैं शनि के इन शक्तिशाली मंत्रों के बारे में।
ॐ शं शनिश्चराय नम:
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा में इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से शनिदेव की विशेष कृपा बरसती है। इस मंत्र के जाप के लिए शनिवार के दिन सुबह उठकर स्नान करे और काले वस्त्र धारण करें। शनि मंदिर जाकर उन्हें तिल या सरसों के तेल का दान करें। इसके बाद मंत्र का जाप शुरू कर दें।
सुखद और सफल जीवन के लिए शनि का मंत्र
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।
दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च।
आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।।
शनि देव महाराज का वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।
शनि देव का एकाक्षरी मंत्र
ऊँ शं शनैश्चाराय नमः।
साढ़ेसाती के प्रभाव से बचने का शनि मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम ।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात ।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः।
ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।
शनि मंत्र के जाप से यश, धन, पद और सम्मान की प्राप्ति होती है। शनिदेव को अर्थ, धर्म, कर्म एवं न्याय का प्रतीक माना गया है। शनि मंत्र का जाप करने से शनिदेव धन संपत्ति, वैभव और मोक्ष भी प्रदान करते है। शनिदेव के मंत्रों का जाप और शनि चालीसा का पाठ करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और ढैया और साढ़े साती जैसे कठिन समय में भी आपकी रक्षा करते हैं।