जांजगीर-चाम्पा. विधानसभा अध्यक्ष के विधानसभा क्षेत्र का बहेराडीह गांव, जहां चार साल से आंगनबाड़ी में सहायिका पद रिक्त पड़ा है। सहायिका की भर्ती के लिए करीब चार साल पहले महिला बाल विकास विभाग ने आवेदन भरवाया। इस बीच गाँव से राजकुमारी यादव, पुष्पा यादव, उषा यादव, अनिता यादव, साधना यादव, रामबाई यादव, समेत अन्य ने आवेदन भरा। सालभर बाद सम्बंधित विभाग ने सभी आवेदकों का आवेदन पानी में भीग जाने का कारण बताते हुए दूसरा बार आवेदन भरवाया।
इस बीच राजकुमारी यादव पति स्व हरीश यादव का सहायिका पद में चयनित करने का आश्वासन मिला था। आश्वासन के सालभर बाद भी नियुक्ति नहीं मिलने से नाराज राजकुमारी यादव ने बलौदा जनपद सीईओ समेत कलेक्टर से शिकायत किया। कार्यवाही नहीं होने पर क्षेत्रीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शिकायत किया गया। मामले को देखते हुये सभी का आवेदन दूसरा बार भी निरस्त कर दिया गया। और अब सहायिका पद के लिए तीसरा बार आवेदन करने गाँव में कोटवार के द्वारा मुनादी कराया गया है।
चार साल बाद सहायिका पद की नियुक्ति नहीं होना चर्चा का विषय
बलौदा ब्लॉक अंतर्गत जाटा पंचायत के आश्रित ग्राम बहेराडीह के आंगनबाड़ी केंद्र में चार साल से सहायिका पद रिक्त पड़ा हुआ है। सहायिका पद की भर्ती के लिए विभाग को चार साल में एक नहीं बल्कि तीन बार आवेदन की प्रकिया अब तक करना लोगों को समझ में नहीं आ रहा है। सहायिका पद में भर्ती के लिए चार साल से लगातार मोटी रकम की मांग होती रहीं। मगर कोई भी आवेदिका नियुक्ति के एवज में रकम देने को तैयार नहीं हैं।
महिला आयोग जाएंगी शिकायतकर्ता
सहायिका पद के लिए लगातार दो बार आवेदन प्रस्तुत करने के बाद तीसरा बार अपनी आवेदन के जमा करने के दौरान सहायिका पद के आवेदिका शिकायतकर्ता राजकुमारी यादव बहेराडीह में लंबित सहायिका पद भर्ती मामला की जाँच के लिए सूचना का अधिकार के तहत सम्पूर्ण दस्तावेज के साथ महिला आयोग की शरण में जाने का निर्णय लिया है।