जांजगीर-चाम्पा. अकलतरा के परसराम गोंड़, युवाओं के लिए मिसाल हैं. 72 साल की उम्र में भी वे 10 किमी तक की दौड़ लगाते हैं. पिछले 35 बरसों से परसराम गोंड़, दौड़ में भाग लेते आ रहे हैं और अब तक दर्जनों बार मैराथन दौड़ में भाग ले चुके हैं. परसराम गोंड़ ने दिल्ली, इंदौर, कलकत्ता, रायपुर के 10 किमी मैराथन में जीत हासिल कर चुके हैं. रायपुर में प्रथम, इंदौर में दूसरा, कलकत्ता में तीसरा और दिल्ली में चौथा स्थान हासिल कर युवाओं को चौंका चुके हैं.
अहम बात यह है कि 6 माह पहले एक्सीडेन्ट में 72 वर्षीय परसराम गोंड़ पैर को चोट लगी है, फिर भी दौड़ में आगे हैं और उनका कहना है कि जब तक सांसें चलती रहेगी, तब तक दौड़ में भाग लेते रहेंगे. उनका कहना है कि उनका आदर्श मिल्खा सिंह हैं और उन्हीं को दौड़ते देख उन्होंने दौड़ में भाग लेना शुरू किया था.
दरअसल, अकलतरा के परसराम गोंड़ जल संसाधन विभाग में क्लर्क थे और रिटायर्ड होने के बाद वे 72 की उम्र में भी दौड़ में भाग लेते हैं. युवा, जब परसराम गोंड़ को इस उम्र में भी दौड़ लगाते देखते हैं तो हैरान रह जाते हैं. युवा मानते हैं कि वे सभी युवाओं के लिए मिसाल हैं, सभी युवाओं को उनसे सीख लेनी चाहिए. दौड़ से सेहत हमेशा अच्छा रहता है, इसका उदाहरण परसराम गोंड़ हैं, जो 72 की उम्र में भी फिट हैं.
अकलतरा नगर पालिका की अध्यक्ष शांति भारते का कहना है कि नगरवासी, परसराम गोंड़ को देखकर गौरवान्वित होते हैं और युवा तो उनसे प्रेरणा लेते हैं. अधिक उम्र होने के बाद दौड़ में जिस तरह आगे रहते हैं, वह सभी के लिए मिसाल हैं.