अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल हाइपरटेंशन में बुधवार को प्रकाशित सात अंतर्राष्ट्रीय शोध विश्लेषण के अनुसार, रोजाना कोई मादक पेय पीने वाला व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो सकता है। शोध में पता चला है कि बिना हाई ब्लड प्रेशर वाले वयस्कों में भी रोजना शराब के सेवन से ब्लड प्रेशर अधिक तेजी से बढ़ सकता है।
विश्लेषण से पहली बार यह पुष्टि हुई कि कम और अधिक शराब सेवन वाले दोनों ही तरह के लोगों में हाई ब्लड प्रेशर देखा गया है। यहां तक कि शराब का निम्न स्तर भी ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी खतरा पैदा कर सकता है। सामने आए एक ताजा शोध में बड़ा खुलासा हुआ है।
स्टडी में कहा गया है कि, ऐसे लोग जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी नहीं है वह अगर रोज शराब का सेवन करते हैं तो उनमें ब्लड प्रेशर अधिक तेजी से बढ़ सकता है। बता दें कि, इस स्टडी में पहली बार यह पुष्टि की गयी है कि कम मात्रा में और अधिक मात्रा मे शराब का सेवन वाले दोनों ही तरह के लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखी जाती है। यहां तक कि जो लोग बहुत कम मात्रा में शराब पीते हैं उन्हें भी बीपी और हार्ट संबंधी बीमारियों का जोखिम हो सकता है।
एक बूंद शराब भी बना सकती है बीपी का मरीज
वैज्ञानिक और प्रोफेसर मार्को विन्सेटी ने इस स्टडी के निष्कर्षों के बारे में बात करते हुए कहा कि, ब्लड प्रेशर के खतरे के लिहाज से हमें उन वयस्कों में ऐसा कोई विशेष अंतर नहीं दिखायी दिया जो बहुत कम शराब पीते हैं। हमें यह देखकर कुछ हद तक हैरानी हुई कि जिन लोगों ने अल्कोहल का सेवन कम कर दिया उनमें भी बीपी लेवल में बदलाव देखा गया।
हालांकि, यह उन लोगों की तुलना में बहुत कम था जो रोज-रोज शराब पीते हैं। बता दें कि, साल 2023 की शुरुआत में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से भी यह चेतावनी दी गयी थी कि अल्कोहल का सेवन थोड़ी-सी मात्रा में भी करना स्वास्थ्य के लिहाज से सुरक्षित नहीं होता है।
शोधकर्ताओं का ताजा अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए 1997 और 2021 के बीच प्रकाशित सात अध्ययनों में सभी प्रतिभागियों के स्वास्थ्य डेटा की समीक्षा की और इसमें 19,548 वयस्क शामिल थे। निष्कर्षों से पता चला कि प्रतिदिन औसतन 12 ग्राम शराब का सेवन करने वाले लोगों में ऊपर का ब्लड प्रेशर (टॉप नंबर) 1.25 मिमी एचजी बढ़ गया, वहीं, 48 ग्राम शराब का सेवन करने वाले में यह 4.9 मिमी एचजी तक बढ़ गया।
वहीं अगर ब्लड प्रेशर के नीचे के नंबर (बोटम नंबर) की बात करें तो प्रतिदिन औसतन 12 ग्राम शराब का सेवन करने वाले लोगों में डायस्टोलिक रक्तचाप 1.14 मिमी एचजी तक बढ़ गया, जबकि प्रतिदिन औसतन 48 ग्राम शराब का सेवन करने वाले लोगों में यह 3.1 मिमी एचजी तक बढ़ गया।
विन्सेटी ने कहा, “शराब निश्चित रूप से रक्तचाप में वृद्धि का एकमात्र कारण नहीं है, हालांकि, हमारे निष्कर्ष यह पुष्टि करते हैं कि यह भी एक कारण हो सकता है, इसलिए शराब का सेवन सीमित करने की सलाह दी जाती है, और इससे बचना और भी बेहतर है।”