Pitru Paksha 2023: इस दिन से शुरू हो रहे पितृपक्ष, श्राद्ध पक्ष में भूलकर भी न करें ये 5 काम, नहीं तो पितर हो सकते हैं आपसे रुष्ट

नई दिल्ली. पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है. भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष शुरू हो जाता है जो 16 दिनों तक आश्विन अमावस्या के दिन तक चलता है. इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 29 सितंबर, शुक्रवार से होने जा रही है और इसका समापन 14 अक्टूबर को होगा. पितृ पक्ष की अवधि में पूर्वजों के निमित्त पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं.



धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. जिससे वे प्रसन्न होते हैं. कहा जाता है कि पितरों के प्रसन्न होने से वंशजों का भी कल्याण होता है. पितर पक्ष को लेकर मान्यता है कि इस दौरान पितर कौवे के रूप में धरती पर पधारते हैं. इस दौरान कुछ काम करने की मनाही होती है. तो चलिए जानते हैं पितृ पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए.

1. प्याज लहसुन-

पितृ पक्ष के दौरान पिंडदान, तर्पण या श्राद्ध कर्म करते हैं. इसके अलावा अगर संभव हो सके तो इस दौरान लहसुन और प्याज का सेवन भी नहीं करना चाहिए.

2. मांस-

पितृपक्ष के दौरान मांसाहारी भोजन भूलकर भी नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से पूर्वज नारज होते हैं.

कई चीजें शाकाहारी ऐसी हैं जिनको पितृ पक्ष के दौरान खाने की मनाही होती है. माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान खीरा, जीरा और सरसों के साग का सेवन नहीं करना चाहिए.

4. पशु-पक्षियों की सेवा-

मान्यता है कि इस दौरान पशु-पक्षियों को सताना नहीं चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से पूर्वज नाराज हो जाते हैं. ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान पशु-पक्षियों की सेवा करनी चाहिए.

5. मांगलिक कार्य-

मांगलिक कार्य पितृ पक्ष में निषेध माने गए हैं. कोई भी शुभ काम इन 15 दिनों तक नहीं किया जाता है. जैसे ही नवरात्रि की शुरूआत होती है वैसे ही सारे मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं.

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