एक ऐसा बिल्ला, जो पहले ही कर देता था मौत की भविष्यवाणी; Therapy Cat के रूप में बहुतों की जान भी बचाई, जानिए..

अपनी विशेष इंद्रियों के इस्तेमाल और अपने आस-पास के लोगों को अद्वितीय आराम देने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनकी इन आदतों में मौत तक की आहट को हम इंसानों से ज्यादा समझने की क्षमता होती है।
शायद इसीलिए कुत्ते-बिल्ली या दूसरे जानवरों को लोग पालतू बना लेते हैं।



 

 

 

आज आपको एक ऐसे बिल्ले की कहानी से रू-ब-रू करा रहे है, जिसने न सिर्फ 100 से ज्यादा लोगों की मौत की सटीक भविष्यवाणी की, बल्कि एक थैरेपी कैट के रूप में बहुतों की जान भी बचाई। बिल्ले का नाम था ‘ऑस्कर’। आइए ऑस्कर के बारे में थोड़ा विस्तार से जानें…

 

 

 

2005 में अमेरिका के Steere House Nursing and Rehabilitation Center ने 6 माह के एक बिल्ले को गोद लिया था। सेंटर ने उसे एक थैरेपी कैट के रूप में पाला। इसके पीछे अस्पताल में आने वाले मरीजों को अच्छा फील कराना, उन्हें कम्फर्ट देना ही मुख्य उद्देश्य था। हालांकि बाद में चीजें बहुत हद तक बदल गई। ऑस्कर मौत तक की भविष्यवाणी कर सकता था। हालांकि उसका तरीका बड़ा ही अटपटा था और इस अटपटे तरीके को समझने में काफी वक्त लगा।

इसे भी पढ़े -  Dabhara News : 2 सितंबर को निःशुल्क नेत्र रोग एवं मोतियाबिंद जांच एवं निदान शिविर आयोजित, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमल किशोर पटेल द्वारा कराया जा रहा आयोजन

 

 

 

बताया जाता है कि ऑस्कर वैसे तो अकेले रहना पसंद करता था, लेकिन जिस किसी व्यक्ति के पास उसे थैरेपी कैट के रूप में छोड़ा जाता था, उसके बिस्तर में रेंगना और उनके बगल में चिपकना बड़ा विचित्र अनुभव होता था। यह विचित्र इसलिए था कि ऑस्कर जिस किसी के साथ लिपट जाता था, वह कुछ ही घंटों के भीतर मर जाता था। शुरुआत में स्टाफ ने इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा, लेकिन 20 बार ऐसा होने के बाद उन्हें यकीन होने लगा कि ऑस्कर को तब पता चलता है जब कोई मरने वाला होता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट में बताया गया है कि एक बार रिहैबिलिटेशन सेंटर के कर्मचारियों को यकीन हो गया कि एक व्यक्ति की मृत्यु होने वाली है, लेकिन ऑस्कर ने उनके साथ बैठने से इनकार कर दिया। इसकी बजाय उसने एक अन्य व्यक्ति को चुना जो स्वस्थ दिखता था और वह व्यक्ति पहले मर गया।

इसे भी पढ़े -  Sakti News : बन्धन बैंक सक्ती शाखा ने नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में मनाया 10वां स्थापना दिवस

 

 

 

 

2007 में तब पहली बार लाइमलाइट में आया, जब न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में जेरिएट्रीशियन डेविड डोसा के एक लेख में उसका उल्लेख किया गया। कहा जाता है कि जब किसी मरीज को आखिरी विदाई देने के लिए आए लोगों के कहने पर ऑस्कर को मरीज के पास से हटा दिया जाता था तो वह चीखता-चिल्लाता था और कमरे के बाहर बेचैनी से टहलता रहता था।

 

 

 

 

उधर, इस बारे में ब्राउन यूनिवर्सिटी के स्वास्थ्य शोधकर्ता डॉ. डेविड डोसा ने क्रॉसरोड्स हॉस्पिस से बात करते हुए कहा, ‘ऑस्कर शुरू में एक बहुत डरी हुई बिल्ली की तरह था। वह वास्तव में बाहर आना पसंद नहीं करेगा। वह अपने तक ही सीमित रहेगा। कई बार आप उसे आपूर्ति कोठरी में या कहीं बिस्तर के नीचे पाएंगे और यह वास्तव में तब तक नहीं था जब तक कोई मौत के करीब न हो, ऑस्कर सामने और केंद्र में आएगा। कई शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि ऑस्कर मरने वाली कोशिकाओं द्वारा छोड़े गए जैव रसायनों को सूंघ सकता है’। 2022 में ऑस्कर की खुद की मौत हो गई। खास बात यह है कि अपने जीवनकाल में ऑस्कर ने 100 से ज्यादा लोगों की मौतों की सटीक भविष्यवाणी की। दूसरी ओर बहुत से लोगों को उसने राहत भी पहुंचाई। अब ऑस्कर को कुछ लोग मौत का फरिश्ता कहते हैं तो कुछ सिर्फ फरिश्ता।

इसे भी पढ़े -  Sakti News : 'स्वदेशी अपनाओ, विदेशी भगाओ अभियान' में गूंजा संकल्प, सक्ती में चेंबर ऑफ कॉमर्स ने दिलाई शपथ

error: Content is protected !!