Karwa Chauth 2023: सरगी के बाद शुरू होता है करवाचौथ का निर्जला व्रत, क्या होती है सरगी, क्‍या खाएं, क्‍या नहीं

भारतीय महिलाएं करवा चौथ के दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं. ज्यादातर घरों में महिलाएं दशहरे (Dussehra 2023) के बाद से ही कैलेंडर में देखने लगते हैं कि कब है करवाचौथ और मुहूर्त, तो आपको बता दें कि इस साल करवा चौथ करवा चौथ की पूजा 1 नवंबर को शाम पांच बजकर चौवालीस मिनट से सात बजकर दो मिनट तक की जा सकती है. उस दिन चंद्रोदय आठ बजकर छब्बीस मिनट पर होगा. करवाचौथ के दिन, भारतीय हिंदू महिलाएं अपने पति की दीर्घायु की कामना के साथ व्रत रखती हैं. यह व्रत एक दिन का निरजल व्रत होता है, लेकिन इस निरजल व्रत को शुरू करने से पहले महिलाएं सुबह-सुबह सबसे पहले सरगी लेती हैं. सरगी के बाद ही व्रत शुरू होता है.



लेकिन सुबह-सुबह हल्की सरगी के बाद, पूरे दिन भूख और प्यास से बचने के लिए, आपके सरगी में कुछ स्वस्थ आहार शामिल करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, जो आपको पूरे दिन ताकत देने में मदद कर सकते हैं. तो चलिए, हम आपको बताते हैं कि आप सरगी में कैसे आहार जोड़ सकते हैं, जो आपको पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर रख सकते हैं.

1 नवंबर को है. करवा चौथ कब है-

तिथ‍ि : 1 नवंबर, 2023, बुधवार

शुभ मुहूर्त : शाम 5:44 से 7:02 तक.

चांद निकलने का समय : चंद्रोदय 8:26 पर.

क्‍या होती है सरगी – What is Sargi
अगर आप सरगी के बारे में अनजान हैं, तो हम आपको बताते हैं कि सरगी वह आहार है जो करवाचौथ व्रत की शुरुआत से पहले महिलाएं लेती हैं. आमतौर पर, इसे सास अपनी बहू को देती हैं. इसके साथ ही, सास अक्सर बहू को सुहाग का सामान भी प्रदान करती हैं. माना जाता है कि सरगी को सुबह सूरज की पहली किरणों के साथ (Karwa Chauth Sargi Time) लेना चाहिए. सरगी लेने के बाद, करवाचौथ का व्रत प्रारंभ हो जाता है.

क्या है सरगी लेने का सही समय
अब सवाल उठता है कि सरगी लेने का सही समय क्या होता है. मान्यता है कि सुबह सूर्योदय से पूर्व सरगी ग्रहण कर लेना चाहिए. सरगी सास के द्वारा दी जाती है. लेकिन कई परिवारों में जब सास न हो तो घर की दूसरी बड़ी महिलाएं जैसे बड़ी ननद या जेठानी भी सरगी देती है. सरगी लेने का सही समय करवा चौथ के दिन सूरज निकलने से पहले सुबह तीन से चार बजे के आस-पास महिलाएं सरगी लेती हैं.

सरगी में क्या खाएं
दूध और फेनी – सरगी का महत्वपूर्ण हिस्सा दूध और फेनिया होता है. यह न केवल रीति-रिवाज के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. फेनिया गेहूं के आटे से तैयार होता है और इसे दूध के साथ मिश्रित किया जाता है. यह आपको प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का उत्तम संयोजन प्रदान करता है. इसके सेवन से आप पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर रह सकते हैं.

नारियल पानी – सरगी मेंको न भूलें. क्‍योंकि करवा चौथ एक ऐसा व्रत है जिसमें निर्जला रहना होता है, इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आप सरगी में नारियल पानी लें. यह तासीर में ठंड़ा होता है और शरीर को पूरा दिन हाइड्रेट रख सकता है.

सरगी में फल जरूर खाएं – फलों में अधिक संख्या में फाइबर और पानी होता है, जो निर्जल उपवास के दौरान आपको आदे रखने में मदद करता है. इसलिए, सरगी में फलों को महत्वपूर्ण स्थान दें, विशेष रूप से वे फल जो अच्छी पाचने वाले होते हैं और फाइबर से भरपूर होते हैं.

तला-भुना न खाएं – यदि आप अधिक तला-भुना, मीठा, या अनमक खाने का विचार कर रहे हैं, तो यह आपको उच्च रक्तचाप संबंधित समस्याओं से पीड़ित कर सकता है। विपरीत, यदि आप केवल फल खा रहे हैं और पानी पी रहे हैं, तो आपको कब्ज या शारीरिक कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है।

फल और मेवे – जैसा कि हम सभी जानते हैं कि करवा चौथ के दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जल उपवास करती हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण होता है कि आप सरगी में ही ऐसे फल खाएं जो आपके शरीर को पूरे दिन हाइड्रेट रखें। यदि आप इस दौरान कुछ सूखे मेवे भी लेती हैं तो यह पूरा दिन आपकी मदद करेंगे. मुट्ठी भर ड्राईफ्रूट्स खाने से शरीर को भरपूर विटामिन और मिनरल्स मिलेंगे.

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